Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Mar, 2018 10:01 AM
महानगर में 3 लोगों ने खुदकुशी कर ली। एक व्यक्ति ने अपने घर पर ही फंदा लगाकर जान दे दी, दूसरे ने गाड़ी तले आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जवकि तीसरे मामले में बुजूर्ग किसान ने खुद को 12 बोर की बंदूक से फायर कर आत्महत्या कर ली।
बठिंडा (परमिंद्र): महानगर में 3 लोगों ने खुदकुशी कर ली। एक व्यक्ति ने अपने घर पर ही फंदा लगाकर जान दे दी, दूसरे ने गाड़ी तले आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जवकि तीसरे मामले में बुजूर्ग किसान ने खुद को 12 बोर की बंदूक से फायर कर आत्महत्या कर ली।
पहला मामला
जनता नगर में एक व्यक्ति ने अपने घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलने पर थाना कैनाल कालोनी पुलिस व सहारा जनसेवा के वर्कर मौके पर पहुंचे। मृतक जसवीर सिंह (40) अपने परिवार सहित बीड़ तालाब में रहता था जबकि जनता नगर में उसका दूसरा घर था। परिजनों के अनुसार मृतक कुछ दिनों से मानसिक तौर पर परेशान था व आज अपने पुराने घर आया हुआ था। इसी दौरान उसने फंदा लगा लिया। मृतक प्राइवेट ड्राइवर था व उसके एक 10 साल का लड़का भी है।
दूसरा मामला
खुदकुशी की दूसरी घटना में एक अज्ञात व्यक्ति ने मानसा ओवरब्रिज के नजदीक आई.टी.आई. पुल के नीचे गाड़ी तले आकर जान दे दी। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा के वर्कर तथा जी.आर.पी. के ए.एस.आई. मलकीत सिंह मौके पर पहुंचे। उक्त व्यक्ति का शरीर क्षत-विक्षत हो चुका था। संस्था के अनुसार मृतक ने केवल अंडरवियर ही पहना हुआ था। मृतक के पास से एक ए.टी.एम. कार्ड के अलावा कुछ भी नहीं मिला जिसके कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी।
तीसरा मामला
तीसरे मामले में लंबी बीमारी के कारण 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान ने 12 बोर की बंदूक से फायर कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मामला जिले के गांव जस्सी पौ वाली का है। 75 वर्षीय गुरजंट सिंह, जो कैंसर से पीड़ित था और पिछले 7 वर्ष से लगातार मैक्स अस्पताल से अपना इलाज करवा रहा था, ने कुछ दिन पहले एक अन्य निजी अस्पताल से अपनी आंखें चैक करवाईं तो वहां डाक्टरों ने कहा कि कैंसर के कारण उसकी आंखों की रोशनी चली जाएगी, जिससे वह परेशान रहने लगा। मंगलवार सुबह 10 बजे घर में कोई नहीं था तो बुजुर्ग किसान ने 1970 में खरीदी अपनी 12 बोर की बंदूक उठाई और छाती पर रखकर फायर कर दिया। परिजन घायलावस्था में उसे उठाकर अस्पताल की ओर चले, तभी उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। जांच अधिकारी थानेदार गुरपाल सिंह ने बताया कि बीमारी की वजह से मृतक परेशान रहता था और वह मानसिक रोगी भी बन चुका था। उसके 3 अन्य भाई थे, जिनमें से 2 की शादी हुई थी जबकि 2 अविवाहित थे। इन सभी के पास मात्र 7 एकड़ जमीन थी जबकि सभी भाई इकट्ठे रहते थे लेकिन बीमारी से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने 174 की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।