Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 01:34 PM
पंजाब में अब विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त होगी, जिसका ऐलान बाबा फरीद ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशंस के प्रबंध निदेशक गुरमीत सिंह धालीवाल ने किया। उन्होंने बताया कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके मंत्रिमंडल के साथ हुई बैठक...
बठिंडा(विजय): पंजाब में अब विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्राप्त होगी, जिसका ऐलान बाबा फरीद ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशंस के प्रबंध निदेशक गुरमीत सिंह धालीवाल ने किया। उन्होंने बताया कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके मंत्रिमंडल के साथ हुई बैठक में इसका फैसला लिया गया।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और कैनेडियन डैलिगेट्स की मेहमाननवाजी में दिए गए रात्रि भोज में शामिल हुई देश की विशेष शख्सियतों में बाबा फरीद ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशंस के चेयरमैन डा. गुरमीत सिंह धालीवाल को भी शामिल होने का विशेष आमंत्रण दिया गया जिस दौरान वह कनाडा के प्रधानमंत्री और डैलिगेट्स जिनमें प्रमुख तौर पर हरजीत सिंह सज्जन कैनेडियन रक्षा मंत्री, अमरजीत सिंह सोही, नवदीप बैंस, इनोवेशन साइंस एंड इकोनोमिक डिवैल्पमैंट मंत्री, कोंसलेट जनरल ऑफ कैनेडा मिस्टर क्रिस्टोफर गिबन्ज के अलावा कनाडा के एम.पी., एम.एल.ए. और विभिन्न क्षेत्रों की प्रभावशाली शख्सियतों को मिले। इस मौके पर अमरजीत सिंह सोही और कोंसलेट जनरल ऑफ कैनेडा मिस्टर क्रिस्टोफर गिबन्ज ने डा. धालीवाल को इस बात का पूर्ण विश्वास दिलाया है कि कनाडा सरकार की तरफ से बाबा फरीद ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशंस के साथ मिलकर निश्चित रूप से भारतीय नौजवान विद्यार्थियों की बेहतरी के लिए हर संभव यत्न किए जाएंगे।
संस्था के चेयरमैन डा. गुरमीत सिंह धालीवाल ने बताया कि वह अक्तूबर 2014 में पीएच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स के डैलीगेशन में प्रतिनिधि के तौर पर ब्रिटिश कोलंबिया (कनाडा) गए थे जहां उन्होंने कनाडा की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटियां जैसे यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया, ब्रिटिश कोलंबिया इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी, थाम्सन रिवर्ज यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रैशर वैली के साथ स्टूडैंट एक्सचेंज, खोज और पसार, फैकल्टी डिवैल्पमैंट, पाठ्यक्रम डिवैल्पमैंट आदि क्षेत्रों में सहयोग के लिए हाथ मिलाया था।इस मौके पर डा. धालीवाल ने बताया कि इस बार कनाडा हाऊस में रात्रि भोज के लिए मिले निमंत्रण का निष्कर्ष यह निकला कि उन्होंने हमारे काम को पहचाना कि हम अपने कार्य के लिए ईमानदारी, समर्पण भावना और पूरी उम्मीद के साथ जुटे हुए हैं। उन्होंने भारत के विद्यार्थियों के लिए कनाडा में मौके पर संभावनाओं और शिक्षा क्षेत्र के लिए दोहरे संबंधों बारे निजी तौर पर विचार-विमर्श किया और भारत की शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता बारे विचार सांझे किए।