Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 10:43 AM
गरीबी से जूझते अपने परिवार का पेट पालने के लिए उत्तर प्रदेश से रोजी-रोटी की तलाश में पंजाब प्रांत के बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी वाले ऐतिहासिक शहर मालेरकोटला आकर बसे मोहम्मद यासीन की 2014 को थाना संदौड़ अधीन पड़ते गांव शेरवानीकोट (केलों) से कथित तौर पर...
मालेरकोटला(जहूर/शहाबुदीन): गरीबी से जूझते अपने परिवार का पेट पालने के लिए उत्तर प्रदेश से रोजी-रोटी की तलाश में पंजाब प्रांत के बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी वाले ऐतिहासिक शहर मालेरकोटला आकर बसे मोहम्मद यासीन की 2014 को थाना संदौड़ अधीन पड़ते गांव शेरवानीकोट (केलों) से कथित तौर पर अपहृत हुई नाबालिग लड़की मोसिना खातून (उस समय उम्र 14 वर्ष) को 4 वर्ष बाद आज भारत-नेपाल बार्डर के द्वारा शक्ति समूह संगठन नेपाल से प्राप्त करके लाए लाइट हाऊस सिलिगुड़ी के प्रोग्राम डायरैक्टर मोमीता खाते, कार्यकारी सदस्य विरांकत पाठक और स्वामी गंगा नंद भूरी वाले इंटरनैशनल फाऊंडेशन धाम तलवंडी खुर्द अधीन चल रही चाइल्ड लाइन लुधियाना के डायरैक्टर कुलदीप सिंह मान व उनकी टीम के सदस्यों ने एस.पी. मालेरकोटला राजकुमार जलहोतरा के कार्यालय में डी.एस.पी. योगीराज की उपस्थिति में अभिभावकों के हवाले किया।
चाइल्ड लाइन लुधियाना के डायरैक्टर कुलदीप सिंह मान ने बताया कि उनको हिनू सिंह प्रमुख क्षेत्रीय रिसोर्स केंद्र नई दिल्ली ने इम्पल्स एन.जी.ओ. मेघालय के हवाले के साथ 15 जनवरी 2018 को पत्र व्यवहार के द्वारा सूचित किया कि मालेरकोटला से संबंधित एक लड़की नेपाल में बहुत दयनीय जिंदगी व्यतीत कर रही है, पहल के आधार पर उसके अभिभावकों की खोज की जाए। इस संबंध में चाइल्ड लाइन के को-आर्डीनेटर बलराज सिंह ग्रेवाल के नेतृत्व में बनी समिति की तरफ से शहर के विभिन्न हिस्सों में से शिनाख्त दौरान आखिरकार इस्लामिया स्कूल की छात्राओं ने इस बच्ची की शिनाख्त की। दूसरी तरफ जहां तक इस लड़की के नेपाल में जाने की बात है, इस संबंधी अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
पीड़िता ने बताया कि उसका मालेरकोटला से अपहरण करके ले जाने वाला महेश नामक व्यक्ति उसको 6 माह तक बिहार के मोतिहारी जिले में रखने उपरांत नेपाल ले गया। जहां उसके पास बुरी नीयत वाले आदमियों का आना-जाना था। वह खुद की नेपाल प्रशासन में अच्छी पहुंच बताता था। दूसरी तरफ शक्ति समूह शैल्टर होम नेपाल की प्राथमिक पड़ताल दौरान पता लगा कि किसी अज्ञात व्यक्ति की तरफ से इस लड़की को बागलूंग कुसमा (नेपाल) स्थित कमरे में बंद रखा गया था और बार-बार दुष्कर्म की कोशिश में असफल रहने कारण रात समय इस लड़की की मारपीट करके नहर में फैंक दिया गया । पर पानी की लहरों ने उसको नहर के किनारे पर फैंक दिया।