बॉर्डर रेंज पुलिस ने नशों के विरुद्ध अभियान में पकड़ी रफ्तार

Edited By Vatika,Updated: 13 Jul, 2018 09:45 AM

drug smugller

नशों को रोकने के लिए बॉर्डर रेंज पुलिस द्वारा 2018 में की गई कड़ी मेहनत ने अपने परिणाम दिखाने शुरू कर दिए हैं। बॉर्डर रेंज पुलिस ने इसके अंतर्गत आने वाले संवेदनशील जिलों में पिछले वर्षों की अपेक्षा जहां 5 गुना कार्रवाई की है। वर्ष 2017 में &65 दिनों...

अमृतसर/तरनतारन(इन्द्रजीत, रमन): नशों को रोकने के लिए बॉर्डर रेंज पुलिस द्वारा 2018 में की गई कड़ी मेहनत ने अपने परिणाम दिखाने शुरू कर दिए हैं। बॉर्डर रेंज पुलिस ने इसके अंतर्गत आने वाले संवेदनशील जिलों में पिछले वर्षों की अपेक्षा जहां 5 गुना कार्रवाई की है। वर्ष 2017 में &65 दिनों की कार्रवाई के सामने वर्ष 2016 में मात्र 6 माह की कार्रवाई हुई है किन्तु कार्रवाई में अच्छे परिणाम पिछले 1 वर्ष की अपेक्षा 6 माह में अढ़ाई गुना ज्यादा हुए हैं।

जन अभियान
बॉर्डर रेंज पुलिस ने नशों के विरुद्ध लोगों को जागृत करने के लिए जन जागरण अभियान के तहत अब तक 270 मीटिंगें अमृतसर-देहाती, तरनतारन में 168, बटाला में 201, गुरदासपुर में 198 व पठानकोट में 67 मीटिंगें करवाते हुए पूरे जिले में 904 मीटिंगों का रिकार्ड तोड़ा है। 

वर्ष 2017 और 2018 में हुई गिरफ्तारियां
अमृतसर देहाती : बॉर्डर रेंज पुलिस ने अमृतसर देहाती में वर्ष 2017 में 94 और 2018 में 188 व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज कर पिछले वर्ष में 118 लोगों को गिरफ्तार किया, वहीं 2018 के 6 महीनों में 205 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बटाला : बटाला पुलिस जिला ने 2017 में 51 और 2018 के बीच 157 लोगों के विरुद्ध मामले दर्ज कर 2017 में 62 और 2018 में 118 लोगों को गिरफ्तार किया।
तरनतारन : जिले में 2017 में 242 और 2018 में &76 मामले दर्ज किए गए और 2017 में 255 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के बाद 2018 में 400 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

गुरदासपुर : जिले में 2017 को 53 और 2018 को 74 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
पठानकोट : जिले में 2017 को 47 और 2018 को 40 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।

मादक पदार्थों की बरामदगी
हैरोइन की बरामदगी में वर्ष 2017 में अमृतसर देहाती से 1.861 किलो व 2018 में 0.756 किलो की बरामदगी की गई। वहीं तरनतारन में 2017 में 3.633 किलो के मुकाबले में 2018 में 29.806 किलो बरामदगी की जोकि पिछले वर्ष की अपेक्षा 9 गुना अधिक है। बटाला में वर्ष 2017 में 0.191 के अंतर में 2018 में 0.288 की बरामदगी हुई।

गुरदासपुर जिले में वर्ष 2017 में 7.8&5 किलो व 2018 में 0.871 किलो की बरामदगी की। वहीं पठानकोट में 2017 की 0.145 किलो बरामदगी के बाद नए वर्ष में 0.527 किलो की बरामदगी की गई।

अफीम : वर्ष 2017 में देहाती, बटाला, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट 5 जिलों में 2017 में 1.791 किलो की संयुक्त बरामदगी के बाद 2018 के 6 महीनों में 5.400 किलो की बरामदगी की।
चरस : वर्ष 2017 में 0.&&6 किलो चरस के बाद 2018 में पुलिस ने इन 6 महीनों में 13.759 किलो चरस बरामदगी का रिकार्ड तोड़ा। 

नशा विरोधी केन्द्र
बॉर्डर रेंज पुलिस ने बॉर्डर रेंज के अंतर्गत आते क्षेत्रों में 2& नशामुक्ति केन्द्र खोले, जिनमें देहाती में 9, तरनतारन में 5, बटाला में &, गुरदासपुर में 2 व पठानकोट में 4 शामिल हैं। 

कितने लोग हुए भर्ती
नशामुक्ति केन्द्रों में 940 लोगों को बॉर्डर रेंज पुलिस ने भर्ती करवाया। इनमें अमृतसर देहाती में 480, तरनतारन में 60, बटाला में 296, गुरदासपुर में 21 व पठानकोट में 59 लोगों को इन केन्द्रों में उपचार के लिए भर्ती करवाया।

नशों को रोकने के लिए बनाए डैपो
इसी बीच बॉर्डर जोन पुलिस ने नशों के सेवन को रोकने के लिए 1,95,694 डैपो (ड्रग एब्यूज्ड परिवैंशन ऑफिसर) बनाए। इनमें बटाला से 14,300, अमृतसर देहाती से 40,795, तरनतारन से 25,012, गुरदासपुर से 13,144, पठानकोट से 12,443 डैपो बनाए गए। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!