Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 12:12 PM
अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार के समय धड़ल्ले से काम कर रहा गेहूं माफिया कांग्रेस सरकार में भी पूरी तरह सरगर्म है और उसकी सेहत पर कैप्टन सरकार का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है।
अमृतसर(पुरी, कमल): अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार के समय धड़ल्ले से काम कर रहा गेहूं माफिया कांग्रेस सरकार में भी पूरी तरह सरगर्म है और उसकी सेहत पर कैप्टन सरकार का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। हाल में ही अलग-अलग खरीद एजैंसियों द्वारा गेहूं के तोल में गेहूं माफिया द्वारा बहुत बारीकी और विभाग की आंखों में धूल डाल कर खरीदी गई कम गेहूं जो अलग-अलग गोदामों में पड़ी है, का वजन पूरा करने के लिए अब पानी लगाया जा रहा है।
छेहर्टा स्थित वेयर हाऊस छहर्टा-1 के गोदाम में पिछले कुछ दिनों से गेहूं के भार को पूरा करने के लिए पानी लगाया जा रहा है। 8,9 स्थित गोदामों में पानी लगाने के बाद आज जब गोदाम नंबर 18 में पानी लगाया जा रहा था तो उच्चाधिकारी के साथ-साथ मीडिया भी वहां पहुंच गया परन्तु वेयर हाऊस के गोदामों का मैनेजर, इंचार्ज व अन्य अधिकारी मौके पर गोदाम को ताला लगा कर फरार हो गए।
इस पर पूर्व कांग्रेसी नेता मनदीप सिंह मन्ना द्वारा की गई दखल अंदाजी के बाद अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर कमलदीप सिंह संघा, पंजाब वेयर हाऊस के एम.डी. डा. अभिनव त्रिखा के दिशा निर्देश में एम.डी. अमृतसर करनदीप सिंह के नेतृत्व में गोदाम नंबर 18 के गेट पर लगे ताले को तोड़ा गया तो अंदर करीब 2700 मीट्रिक टन गेहूं को ताजा-ताजा लगे पानी ने मामले से पर्दा उठा दिया। डी.एम. किरनदीप सिंह के साथ पहुंची सारी टीम ने मौके पर ही गेहूं के सैंपल लिए और माना कि गेहूं को आज ही पानी लगाया गया है। सारा गोदाम पानी से भरा पड़ा था। गेहूं की बोरियों में से पानी गिर रहा था।
उन्होंने कहा कि गेहूं में नमी देखने के लिए सैंपल ले लिए गए हैं और टैस्ट के बाद गोदामों में पड़े गेहूं को बचाने की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा कि मामले की रिपोर्ट तैयार कर पंजाब सरकार, डिप्टी कमिश्नर और एम.डी. अभिनव त्रिखा को भेजी जाएगी।
माफिया आढ़तियों के साथ मिल कर गोदामों में भेजता है कम गेहूं: मन्ना
कांग्रेस प्रवक्ता मनदीप सिंह मन्ना ने कहा कि अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार के बाद भी गेहूं माफिया पहले की तरह ही अपने कामों को अंजाम दे रहा है। उन्होंने बताया कि गेहूं जिस समय आढ़तियों से खरीदी जाती है, उस समय से ही घपलेबाजी शुरू हो जाती है। गेहूं माफिया कुछ आढ़तियों के साथ मिल कर गोदामों में कम वजन में गेहूं भेजता है। विभाग द्वारा नमी के कारण 50 की जगह 51 किलो गेहूं ली जाती है, परन्तु मिलीभगत से गेहूं की बोरी 47 या 48 किलो की ही भेजी जाती है।
गोदाम में कम वजन वाली बोरियां लगी होती हैं, जिनका भार पूरा करने के लिए मिलीभगत के साथ पानी लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह पानी विभाग के अधिकारियों से आंख बचा कर पिछले कई वर्षों से लग रहा है। उन्होंने कहा कि वह पत्र लिख कर सारा मामला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के ध्यान में ला रहे हैं।
वेरका लाए मुख्यमंत्री के ध्यान में मामला
विधायक डा. राज कुमार वेरका ने वेयर हाऊस के छेहर्टा-1 गोदाम में गेहूं को लगाए जा रहे पानी का सख्त नोटिस लिया और मौके पर पार्टी के सोशल मीडिया के इंचार्ज रोहित पुरी को पूरे मामले की जांच करने के लिए भेजा। इसके अलावा उन्होंने संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को भी तुरंत रिपोर्ट देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सारा मामला कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ध्यान में ला दिया गया है।
जांच के लिए बनी कमेटी, 6 अधिकारियों पर गिरेगी गाज
वेयर हाऊस के डी.एम. करनदीप सिंह ने कहा कि मामले को लेकर जिले से बाहर के अधिकारियों की एक कमेटी बना दी गई है जो 2-3 दिनों में ही अपनी रिपोर्ट दे देगी। उन्होंने कहा कि पानी लगाने में मौजूद अधिकारी के अलावा उच्चाधिकारियों को भी गुमराह करने वाले उन आधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी जो मौके पर जाने के बावजूद भी रिपोर्ट नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी भी जो मौके पर पहुंचे थे, के नाम भी इस रिपोर्ट में शामिल किए जाएंगे।