Edited By Updated: 02 Dec, 2016 04:28 PM
उपमंडल के कस्बा उच्चीबस्सी में वाल्मीकि जाति के लगभग 30 परिवारों के 100 सदस्यों, जिनका देश की आजादी से भी पहले धर्म तबदील कर दिया गया
दसूहा(झावर): उपमंडल के कस्बा उच्चीबस्सी में वाल्मीकि जाति के लगभग 30 परिवारों के 100 सदस्यों, जिनका देश की आजादी से भी पहले धर्म तबदील कर दिया गया था, को धर्म जागरण द्वारा ईसाई धर्म से वाल्मीकि जाति सनातन धर्म में पूरी विधिपूर्वक अरदास करके जोड़ा गया।
क्या कहते हैं प्रधान
संबंधित जाति के सभा प्रधान जसपाल पुत्र सफी, सूबेदार कुलदीप सिंह, नंबरदार रामपाल ने बताया कि उनके बुजुर्गों के वाल्मीकि जाति के सर्टीफिकेट भी बने हुए हैं लेकिन देश की आजादी से पहले कुछ व्यक्तियों से मिल कर उनकी जाति सूचक लिस्ट पर क्रिश्चियन लिख दिया गया जो हमारे साथ अन्याय किया गया था। हमें इसका उस समय पता चला जब हमारे बच्चों के सर्टीफिकेट वाल्मीकि जाति के नहीं बने। उन्होंने कहा कि हमें बुजुर्गों ने बताया कि देश की आजादी से पहले कुछ व्यक्तियों ने मिलकर गलत ढंग से हमारी जाति को बदल दिया था।
जिलाधीश को लिखा गया पत्र
कस्बा उच्चीबस्सी के इन लोगों द्वारा जिलाधीश होशियारपुर को पत्र लिख कर बताया गया कि उनके साथ धोखा किया गया और हमारी वाल्मीकि जाति को बदलकर ईसाई जाति लिख दिया गया। उन्होंने लिखा है कि इस संबंधी गांव की पंचायत, गांव के नंबरदार से पूछताछ करके उनकी असल जाति माल विभाग के कागजों में लिखी जाए।