Edited By Updated: 28 Feb, 2017 11:20 AM
लड़कियों को डोली में बैठ पीया घर जाना अाम बात है लेकिन किसी लड़के को ब्याह कर अपने घर लाना है न नई बात।
मंडी गोबिंदगढ़: लड़कियों को डोली में बैठ पीया घर जाना अाम बात है लेकिन किसी लड़के को ब्याह कर अपने घर लाना है न नई बात। जी हां एेसा ही किया मंडी गोबिंदगढ़ की एक पढ़ी लिखी लड़की ने जो खुद डोली में बैठने की बजाय अपने प्रिय वर को बठिंडा से विवाह कर लाई है। दोनों परिवारों की सहमति से हुई इस शादी के बारे में जिसने सुना वह हैरान हो गया।
इस शादी में रोचक बात यह भी रही कि लड़के को लड़की का सरनेम (गोत्र) भी अपनाना होगा और शादी के इस बंधन में बंधने के बाद पतिदेव पत्नी के घर में ही रहेंगे और उनके परिवार के सभी संस्कार एवं रीति रिवाजों को अपनाना होगा।
बता दें कि ये नई रस्में डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 127 मानवता भलाई कार्यों में एक अहम कार्य है। जिसमें इस शादी को कुल का कराने का नाम दिया गया है। इस मुहिम के अंतर्गत लड़की विवाह वाले दिन अपनी बारात लेकर लड़के के घर जाती है और विवाह के बाद अपने ससुराल घर नहीं जाती, बल्कि लड़का विवाह के बाद लड़की के साथ उसके घर जाता है और इच्छा के साथ लड़की के परिवार के सभी रीति रिवाजों को अपनाता है।
उक्त शादी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा और लाखों की तादात में आई हुई संगत की मौजूदगी में हुई। जहां पर लड़की बलजीत कौर इंसा और सुखमंदर सिंह इंसा विवाह बंधन में बंधे। इस विवाह की मंडी गोबिंदगढ़ के संत नगर स्थित सभी इलाकों में चर्चा हो रही है। परिवारिक सदस्यों अनुसार लड़का बठिंडा में एल.आई.सी. में कार्यरत है वह अपनी ट्रांसफर मंडी गोबिंदगढ़ के आसपास करवाएगा और इस शादी से लड़की के भाइयों ने खास तौर पर खुशी जाहिर की।