Edited By Updated: 30 Mar, 2017 09:22 AM
गांव गोबिंदपुरा में स्थित केंद्रीय जेल भटिंडा में काला पीलिया फैल गया है, जिस कारण जेल में बंद करीब 2000 कैदी घबराए हुए हैं।
भटिंडा (बलविंद्र): गांव गोबिंदपुरा में स्थित केंद्रीय जेल भटिंडा में काला पीलिया फैल गया है, जिस कारण जेल में बंद करीब 2000 कैदी घबराए हुए हैं। जेल सुपरिंटैंडैंट इस संबंध में मीडिया के साथ बात नहीं कर रहे, लेकिन सिविल सर्जन ने मामले की पुष्टि कर दी है। काला पीलिया के उपचार के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे एक कैदी पवनदीप उर्फ मच्छर तथा संदीप कुमार ने बताया कि जेल में काला पीलिया व अन्य बीमारियां फैली हुई हैं, लेकिन जेल प्रबंधन आंखें बंद करके बैठा है। उन्होंने कहा कि न तो जेल में कोई डाक्टर है और न ही कोई दवाई मिल रही है, जिससे कैदियों में फैल रहा काला पीलिया रुक सके। उक्त कैदियों ने बताया कि जेल में पीने योग्य शुद्ध पानी का प्रबंध भी नहीं है व कैदियों को जमीनी दूषित पानी पीना पड़ता है, जिस कारण बीमारियां फैल रही हैं। अनेक बार जेल प्रबंधन को इसके बारे में बताया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
नशेड़ी कैदियों को हो रहा काला पीलिया
जेल सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ समय से पुलिस द्वारा नशेडिय़ों व नशा तस्करों की बड़े स्तर पर धरपकड़ की गई है, जिनकी संख्या भटिंडा जेल में काफी बढ़ गई है। जेल में नशे की आपूॢत न होने के कारण तथा अन्य कारणों के चलते वे काला पीलिया व अन्य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
कैदियों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
उक्त कैदियों ने बताया कि कैदियों व हवालातियों ने सरकार व जेल प्रबंधन से मांग की है कि कैदियों की जान बचाने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द प्रबंध न किए गए तो जेल में कैदी भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
जेल में काला पीलिया गंभीर समस्या : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. आर.एस. रंधावा ने बताया कि जेल में काला पीलिया की समस्या काफी बड़े स्तर पर सामने आई है जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है। बकायदा टैस्ट किए गए हैं जिनमें से 70-75 केस काला पीलिया के सामने आए हैं। अब भी टैस्ट करवाए जा रहे हैं ताकि नए मरीजों का पता चल सके।