Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 12:01 PM
गत वर्ष अबोहर शहर को सबसे दूषित शहरों की श्रेणी में शामिल किए जाने के बाद से शहर की नगर परिषद, प्रशासन एवं समाज सेवी संस्थाएं शहर की खोई हुई आभा को बहाल करने में जुटी हुई हैं। 30 दिसम्बर के बाद फिर से केन्द्र की एक टीम द्वारा शहर का दौरा कर शहर की...
अबोहर(भारद्वाज): गत वर्ष अबोहर शहर को सबसे दूषित शहरों की श्रेणी में शामिल किए जाने के बाद से शहर की नगर परिषद, प्रशासन एवं समाज सेवी संस्थाएं शहर की खोई हुई आभा को बहाल करने में जुटी हुई हैं। 30 दिसम्बर के बाद फिर से केन्द्र की एक टीम द्वारा शहर का दौरा कर शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जाना है।
इसी को देखते हुए नगर परिषद के ई.ओ. विजय जिंदल के नेतृत्व में पूरी टीम शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारू करने में जुटी हुई है। ई.ओ. विजय जिंदल के दिशा-निर्देशों पर सुपरिंटैंडैंट विक्रम धूडिय़ा की अगुवाई में नगर परिषद के सफाई सेवकों ने सिविल अस्पताल के सामने पड़े करीब 10 साल पुराने कचरे के ढेर को जे.सी.बी. मशीनों से उठवाया। पिछले करीब 10 दिनों से सफाई कर्मचारियों द्वारा शहर के मुख्य मार्गों पर बने डिवाइडरों के इर्द-गिर्द जमा मिट्टी को हटाया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस कचरे के ढेर पर नगर परिषद की नजर ही 10 साल बाद पड़ी।ई.ओ. ने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए साफ-सफाई करने के अलावा स्कूलों-कालेजों में जाकर विद्यार्थियों को जागरूक भी किया जा रहा है जिसमें अबोहर विकास मंच के पदाधिकारी गगन चुघ, हैप्पी मनोचा, राजीव गोदारा तथा रासा के श्याम लाल अरोड़ा पूरा सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शहर में बने वाटर वक्र्स में खाली पड़ी जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे भी बनाए गए हैं जिनमें गीला कचरा डालकर खाद तैयार की जाएगी।