Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 03:06 PM
आज से करीब 10 वर्ष पूर्व डेरा सिरसा मुखी गुरमीत राम रहीम द्वारा सलाबतपुरा में सिख गुरु साहिबान का स्वांग रचा कर जाम-ए-इंसां
तलवंडी साबो(मुनीष): आज से करीब 10 वर्ष पूर्व डेरा सिरसा मुखी गुरमीत राम रहीम द्वारा सलाबतपुरा में सिख गुरु साहिबान का स्वांग रचा कर जाम-ए-इंसां तैयार करने के कथित दोष के बाद पैदा हुए डेरा सिख विवाद दौरान तख्त श्री दमदमा साहिब के तत्काली जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ ने डेरा सिरसा मुखी के जेल जाने तक किसी भी सिरोपा को न लेने का लिया प्रण आज जत्थेदार नंदगढ़ ने डेरा मुखी को सजा हो जाने के बाद तख्त साहिब पहुंच कर पूरा कर लिया।
उल्लेखनीय है कि डेरा सिख विवाद दौरान 17 मई, 2007 को तख्त श्री दमदमा साहिब से ही डेरा सिरसा के धार्मिक व सामाजिक बायकाट का हुक्मनामा पांच सिंह साहिबान द्वारा जारी किया था व उसके कुछ दिन बाद ही तख्त श्री साहिब के जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ ने एक धार्मिक समागम दौरान यह कहते हुए प्रबंधकों से सिरोपा लेने से इन्कार कर दिया कि सिखों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला राम रहीम जब तक जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंच जाता तब तक वह किसी भी संस्था से सिरोपा नहीं लेंगे।
सिरोपा देने के बाद मौजूदा जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने उनसे मुलाकात की। इस मौके पर तख्त साहिब के मैनेजर भाई करण सिंह, भाई जगीर सिंह, सुखमंद्र सिंह के साथ जत्थेदार नंदगढ़ के साथ पहुंची बड़ी संख्या में संगत मौजूद थी।