Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 10:02 AM
मिशन उड़ान के अंतर्गत 2 सितम्बर को शुरू हुई लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट के प्रति शहर वासियों के जबरदस्त रिसपांस के चलते आज छठी
लुधियाना (बहल): मिशन उड़ान के अंतर्गत 2 सितम्बर को शुरू हुई लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट के प्रति शहर वासियों के जबरदस्त रिसपांस के चलते आज छठी फ्लाइट भी फुल रही। साहनेवाल एयरपोर्ट से 70 सीटर एयरक्राफ्ट ए.टी.आर.-72 ने 69 पैसेंजर्स के साथ दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
जबकि दिल्ली से 48 पैसेंजर्स के साथ जहाज लुधियाना लैंड हुआ। औद्योगिक नगर से रोजाना काफी संख्या में कारोबारी अपने व्यापार के सिलसिले में राजधानी दिल्ली जाते हैं। लुधियाना से दिल्ली के लिए एलायंस एयर को सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, वीरवार और शनिवार को फ्लाइट सायं 4 बज कर 45 मिनट पर रवाना हो सायं 5 बज कर 55 मिनट पर दिल्ली पहुंचती है। कारोबारियों की जरूरत है कि साहनेवाल एयरपोर्ट से सुबह और शाम दोनों टाइम फ्लाइट शुरू हो ताकि कारोबारी दिन में अपना काम निपटा कर शाम को वापस शहर लौट सकें।
एलायंस एयर और एयर डैकन के पास है 3 साल का रूट : रीजनल कनैक्टिविटी स्कीम के तहत एलायंस एयर और एयर डैकन एयरलाइंस को 3 साल के लिए लुधियाना-दिल्ली का रूट मिला है। अब एलायंस एयर की उड़ानों की भारी सफलता के मद्देनजर एयर डैकन की टीम ने भी साहनेवाल एयरपोर्ट का दौरा किया है और आने वाले दिनों में एयर डैकन भी साहनेवाल एयरपोर्ट से अपनी उड़ाने शुरू करेगी। सूत्रों के मुताबिक जहां एलायंस एयर का 70 सीटर जहाज उड़ानें भर रहा है, वहीं एयर डैकन साहनेवाल से 19 सीटर अमेरिकन एयरक्राफ्ट बीच क्राफ्टन 900 चलाने जा रही है। जिससे दोनों एयरलाइंस में स्वरूप प्रतिस्पर्धा का सीधा फायदा लुधियाना के उद्योगपतियों और कारोबारियों को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक कम्पनी ने दिल्ली में एयर मैनटेनैंस बेस के निर्माण की भी तैयारी कर ली है।
लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट की सफलता का राज : प्रधानमंत्री की उड़ान स्कीम के तहत केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से फ्लाइट में 50 प्रतिशत से कम यात्रियों की सूरत में अनुबंध के अधीन नुक्सान की भरपाई होने के कारण अब एयरलाइंस को घाटा नहीं होगा। वर्ष-2014 में लुधियाना से सांसद मुनीष तिवाड़ी के प्रयासों से शुरू हुई लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट में उड़ान जैसी स्कीम का न होना नाकामी का कारण बना। लेकिन उस समय तिवारी द्वारा साहनेवाल एयरपोर्ट को डी.वी.ओ.आर. की सुविधा से लैस करने के चलते 5000 मीटर से लैंङ्क्षडग की बजाय अब मात्र 1500 मीटर की विजीबिल्टी से एयरक्राफ्ट लैंड हो सकता है। इसके अलावा धुंध, बादल होने की सूरत में भी फ्लाइट कैंसिल नहीं होगी।