Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 10:29 AM
लगातार हो रहे रेल हादसों को देखते हुए अंबाला डिवीजन भी अब चौकन्ना हो चुका है। हालांकि राजपुरा-पटियाला-भटिंडा रेल ट्रैक रूट पर नियमों के
पटियाला(प्रतिभा): लगातार हो रहे रेल हादसों को देखते हुए अंबाला डिवीजन भी अब चौकन्ना हो चुका है। हालांकि राजपुरा-पटियाला-भटिंडा रेल ट्रैक रूट पर नियमों के मुताबिक हर 15 दिन के बाद चैकिंग होती है और अब इस चैकिंग को और भी सख्त कर दिया गया है।
ऐसे में रैगुलर तौर पर चैकिंग शुरू हो चुकी है। वैसे बात अगर अनुशासन के साथ चलते हुए ट्रैक की सिक्योरिटी की करें तो डिवीजन इस मामले में काफी गंभीर है। ऐसे में ट्रैक की चैकिंग अब महीने में एक बार की बजाय 2 बार या इससे ज्यादा बार भी हो सकती है। वहीं इतिहास की बात करें तो यहां डिरेल या पटरी टूटने जैसा हादसा कभी हुआ हो, यह याद नहीं आता है। गौरतलब है कि पिछले 2 महीनों की बात करें तो रेल हादसों में काफी बढ़ौतरी हुई है।
इसमें ज्यादातर हादसे ट्रैक के टूटे होने या फिर इस पर काम चलने की वजह से हुए हैं। वहीं कई तकनीकी खामियों की वजह से हादसे हुए हैं। हादसों की तादाद इतनी बढ़ गई कि रेलमंत्री सुरेश प्रभु को भी इस्तीफा देना पड़ा और नए रेलमंत्री पियूष गोयल ने पदभार संभाला ही है कि वीरवार सुबह फिर से एक हादसा हो गया। ऐसे में अब रेलवे बोर्ड बहुत ही गंभीरता से इन हादसों को रोकने के लिए कमर कस चुका है। इसके लिए जहां डिवीजन अथारिटीज को अपने एरिया में आते रेल ट्रैक रूट्स की चैकिंग पर लगा दिया है, वहीं रूटीन चैकिंग को भी बढ़ाने के निर्देश जारी हुए हैं। इसी क्रम में डी.आर.एम. ने भी मंगलवार को रूट चैकिंग के लिए दौरा किया।