Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 03:28 AM
पिछले करीब 4 महीनों से आधे पंजाब को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने वाली पंजाबी यूनिवर्सिटी...
पटियाला(राजेश): पिछले करीब 4 महीनों से आधे पंजाब को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने वाली पंजाबी यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर के बिना ही चल रही है। सरकार ने यूनिवर्सिटी का कामकाज चलाने के लिए वाइस चांसलर का चार्ज हायर एजुकेशन विभाग के सचिव को दिया हुआ है। पहले अनुराग वर्मा हायर एजुकेशन विभाग के सचिव थे और अब एस.के. संधू हायर एजुकेशन विभाग के एडिशनल चीफ सैक्रेटरी हैं। करीब 3 महीने अनुराग वर्मा के पास पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर का काम रहा।
बेशक इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों की मांग पर अकाली-भाजपा सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के कार्यों की जांच करवाई पर वह तीन महीनों में 3 या 4 दिन ही यूनिवॢसटी में आए। पिछले 15 दिनों से एस.के. संधू के पास यूनिवर्सिटी के वी.सी. का चार्ज है, वह भी सिर्फ 2 दिन ही यूनिवर्सिटी में पहुंचे, जिस कारण यूनिवर्सिटी का समूचा कामकाज ठप्प पड़ा है। कई अहम फैसले रैगुलर वाइस चांसलर ही ले सकता है। जिन अफसरों के पास वी.सी. का चार्ज है, वह कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले रहे, जिसका असर यूनिवर्सिटी के कामकाज पर पड़ रहा है।
वाइस चांसलर पद के लिए इंटरव्यू 10 और 11 अगस्त को
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के लिए सरकार ने जो विज्ञापन जारी किया था, उसके तहत अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों का इंटरव्यू 10 और 11 अगस्त को होने जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कुल 271 उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था, जिनमें से 119 उम्मीदवार योग्य पाए गए थे पर स्क्रीनिंग और सिलैक्शन कमेटी बनाई गई है, उसमें प्रदेश के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह, उद्योगपति चंद्र मोहन, पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना के वाइस चांसलर डा. बी.एस. ढिल्लों, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी के पूर्व डायरैक्टर आर.एस. खंडपुर शामिल हैं।
इन मुख्य दावेदारों को बुलाया गया इंटरव्यू में
स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा की गई शार्ट लिस्टिंग के बाद जिन प्रमुख उम्मीदवारों को इंटरव्यू में बुलाया जा रहा है, उनमें पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के पूर्व डायरैक्टर आफ रिसर्च प्लांट ब्रीडिंग साइंटिस्ट डा. सतबीर सिंह गोसल, पंजाब यूनिवॢसटी के डा. बी.एस. घुम्मण, रिमट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. ए.एस. चावला, पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डा. रजिंद्र सिंह सिद्धू, पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डा. दविंद्र सिंह, डा. सुरिंद्र कुमार गक्खड़ शामिल हैं।
अनुराग वर्मा द्वारा करवाई गई इन्क्वायरी ठंडे बस्ते में
बादल सरकार के जाने के बाद आई.ए.एस. अनुराग वर्मा ने वी.सी. का चार्ज लेते ही शिकायतें मिलने पर अलग-अलग विभागों की 16 जांच कमेटियों का गठन किया था। इन जांच कमेटियों ने अपनी रिपोर्टें वाइस चांसलर के सुपुर्द कर दी थीं। अनुराग वर्मा ने आज इन इन्क्वायरियों पर एक्शन लेना था कि कैप्टन सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के तौर पर उन्हें बदल कर एस.के. संधू को विभाग का एडिशनल चीफ सैक्रेटरी नियुक्त कर दिया। एस.के. संधू ने अभी तक इन इन्क्वायरियों बारे कोई फैसला नहीं लिया। कुल मिला कर करोड़ों रुपए के घपले की फाइलें दब कर रह गई हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।