Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:13 AM
पंजाब प्राइमरी स्कूल गेम्स में चाहे इस बार खिलाडिय़ों को ट्रैक सूट और शूज पहने खेलते हुए देखने को मिला, पर दूसरी तरफ खिलाडिय़ों के लिए जहां खाना बनाया जा रहा था, वहां गंदगी के ढेर लगे हुए भी दिखे।
पटियाला (प्रतिभा): पंजाब प्राइमरी स्कूल गेम्स में चाहे इस बार खिलाडिय़ों को ट्रैक सूट और शूज पहने खेलते हुए देखने को मिला, पर दूसरी तरफ खिलाडिय़ों के लिए जहां खाना बनाया जा रहा था, वहां गंदगी के ढेर लगे हुए भी दिखे।
शिक्षा विभाग द्वारा जहां इन गेम्स का आयोजन करवाया जा रहा है वहीं देश में स्वच्छ भारत अभियान की बात भी हो रही है, पर सफाई नहीं हो रही। गंदगी के पास ही खाना बना रहे हैं और वहीं से खिलाडिय़ों को खाना परोसा भी जा रहा है। इसकी तरफ अथॉरिटी का ध्यान नहीं जा रहा।
बच्चों के लिए बने खाने में से अफसरों को दिया खाना
बच्चों के लिए खाने का प्रबंध मिड-डे मील से ही किया गया था। लेकिन उस समय अफसर काफी नाराज हो गए जब इसी मिड-डे मील से उन्हें भी खाना दिया गया। इससे भड़के अफसर खाना बना रहे मुलाजिमों को डांटने लगे कि खाना ठीक नहीं बना है। अफसरों के लिए खाना अलग से बनाया जाए। बच्चों को जो सब्जी और चावल दिए गए, वे भी बिल्कुल ठीक नहीं बने थे।
क्या कहती हैं डिप्टी डी.ई.ओ.
डिप्टी डी.ई.ओ. मधु ने कहा कि जो गंदगी के ढेर लगे हैं, वे खुद बच्चों ने वहां लगाए हैं। 3 हजार बच्चे यहां खेलने के लिए आए हैं। इन बच्चों के साथ आए अफसरों को चाहिए कि वे इनका ख्याल रखें। उन्हें गंदगी, डिस्पोजल प्लेट या दूसरे सामान को कूड़ेदान में डालने को कहें। बाकी अफसर यह नहीं कह रहे कि उन्हें अलग से खाना बनाकर दो, बल्कि वे कह रहे थे कि सब्जी और चावल ठीक नहीं बने, बच्चों को ठीक खाना दिया जाए।