Edited By Updated: 17 Jan, 2017 01:38 PM
विधानसभा चुनाव दौरान चुनाव आयोग द्वारा एक उम्मीदवार पर 28 लाख रुपए चुनावी खर्च करने की निर्धारित की गई सीमा के कारण हरेक उम्मीदवार बहुत सोच-समझकर चल रहा है।
कोटकपूरा (नरिन्द्र): विधानसभा चुनाव दौरान चुनाव आयोग द्वारा एक उम्मीदवार पर 28 लाख रुपए चुनावी खर्च करने की निर्धारित की गई सीमा के कारण हरेक उम्मीदवार बहुत सोच-समझकर चल रहा है। इस समय हालत यह है कि चुनाव आयोग की लाठी का असर उम्मीदवारों के दफ्तरों, रैलियों व हर प्रोग्राम दौरान बरताए जाने वाले चाय व पकौड़ों पर भी देखने को मिल रहा है। कोई समय था कि चुनाव तारीख घोषित होने के बाद जहां उम्मीदवारों के दफ्तरों में चाय-पकौड़ों व अन्य खान-पान की चीजों के खुले लंगर चलते थे परंतु अब तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।
खाने-पीने पर रोक होने के कारण विभिन्न पार्टियों के मुख्य दफ्तरों के अलावा पूरे हलके में क्षेत्र अनुसार खुले हुए छोटे दफ्तरों में भी रौनक न के बराबर ही दिखाई देती है। उम्मीदवारों द्वारा हर छोटी-मोटी चीज का बाकायदा हिसाब रखा जा रहा है ताकि चुनाव आयोग द्वारा निश्चित हद से खर्चा अधिक न हो जाए। वर्णनीय है कि चुनाव आयोग द्वारा चुनाव दौरान उपयोग की जाने वाली खाने-पीने वाली व अन्य चीजों के मूल्य निर्धारित कर दिए गए हैं व उम्मीदवारों से इस निश्चित रेट अनुसार ही हिसाब लिया जाएगा।