Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 12:22 PM
नगर निगम चुनावों में कांग्रेस 65 से ज्यादा सीटों पर अपना परचम लहराएगी। उक्त दावा पंजाब की शिक्षा मंत्री व जिला स्क्रूटङ्क्षनग कमेटी की ऑब्जर्वर अरुणा चौधरी ने कांग्रेस भवन में विधायक जूनियर अवतार हैनरी, राजिन्द्र बेरी, सुशील रिंकू, परगट सिंह, पूर्व...
जालंधर (चोपड़ा): नगर निगम चुनावों में कांग्रेस 65 से ज्यादा सीटों पर अपना परचम लहराएगी। उक्त दावा पंजाब की शिक्षा मंत्री व जिला स्क्रूटङ्क्षनग कमेटी की ऑब्जर्वर अरुणा चौधरी ने कांग्रेस भवन में विधायक जूनियर अवतार हैनरी, राजिन्द्र बेरी, सुशील रिंकू, परगट सिंह, पूर्व सांसद मोहिन्द्र सिंह के.पी, सहित प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों व टिकट के दावेदारों के साथ मीटिंग के दौरान किया। इस दौरान स्क्रूटनिंग कमेटी के सदस्य सांसद संतोख चौधरी और जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान भी मौजूद थे।
अरुणा ने बताया कि टिकटों के बंटवारे में सिफारिशों को दरकिनार कर केवल जीतने में सक्षम व योग्य दावेदारों को ही मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस निगम चुनावों को डिवैल्पमैंट के मुद्दे पर लड़ेगी। 10 सालों तक पंजाब की सत्ता व नगर निगम पर अकाली-भाजपा गठबंधन काबिज था और जालंधर की हुई दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। श्रीमती अरुणा ने बताया कि 8 महीनों में शहर का विकास न होने के पीछे राजनीतिक कारण थे, क्योंकि जालंधर निगम में गठबंधन का मेयर था, जिन्होंने महीनों तक निगम की मीटिंग बुलाने की जहमत नहीं उठाई, जिसके कारण अनेक प्रोजैक्ट अधर में लटक गए थे। उन्होंने दावेदारों को एकजुटता व अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी बाकी दावेदार उस प्रत्याशी को जितवाने के लिए काम करें।
उन्होंने दावेदारों से हाथ उठवाकर इस बात के लिए प्रण भी दिलवाया। चौधरी ने कहा कि स्टेट स्क्रूटङ्क्षनग कमेटी की बैठक में पिछले हाऊस के पार्षदों सहित जिन वार्डों में केवल एक दावेदार है उन वार्डों के उम्मीदवारों की पहली सूची 4 दिसम्बर को जारी की जा सकती है वर्ना 5 दिसम्बर को 80 वार्डों के उम्मीदवारों की लिस्ट एक साथ रिलीज कर दी जाएगी। इस मौके पर यूथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता काकू आहलूवालिया, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनोज अरोड़ा, राजिन्द्रपाल सिंह राणा रंधावा, सतनाम बिट्टा, मनोज अग्रवाल प्रदेश सचिव वरिन्द्र शर्मा, राजेश भट्टी, राजेश पद्म, रजनीश चाचा, गीत रत्न खैहरा, हरसिमरनजीत बंटी, बब्बू थापर, श्रीकंठ जज, बिक्रम खैहरा, नीरज मित्तल, नासिर सलमानी, रवि शंकर गुप्ता व अन्य भी मौजूद थे।
कैंट हलका से अकाली दल व बसपा से आए नेताओं को टिकट देने के खिलाफ उठे बगावती सुर टिकट बंटवारे से पहले ही कैंट विधानसभा हलका में उस समय बगावती सुर उठे, जब ब्लॉक कांग्रेस प्रधान रातुल शर्मा ने साथियों सहित ऑब्जर्वर अरुणा चौधरी से मुलाकात कर अकाली दल व बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं को टिकट देने का विरोध किया। रातुल ने श्रीमती अरुणा को बताया कि विधानसभा चुनावों में अकाली विधायक परगट सिंह के साथ उनके कुछ समर्थकों ने अकाली दल को छोड़ा था। उन्होंने कहा कि कैंट हलका के अंतर्गत आते 11 वार्डों में से 5 वार्डों से पगरट सिंह अपने 4 अकाली दल के साथियों रोहन सहगल, प्रभ दयाल, सुरिन्द्र सिंह की पत्नी, मनमोहन सिंह की पत्नी व बसपा से चंद दिनों पूर्व कांग्रेस में शामिल हुए बांगड़ी की पत्नी को एडजस्ट करना चाह रहे हैं, जबकि इन वार्डों में कांग्रेस की वर्षों तक सेवा करने वाले कर्मठ कार्यकत्र्ता मौजूद हैं। अगर उनको नजरअंदाज किया जाता है तो कांग्रेस का भारी नुक्सान हो सकता है।
रातुल ने बताया कि उन्होंने श्रीमती चौधरी से कहा कि चुनाव जीतने के उपरांत अगर भविष्य में उक्त नेता पुन: अकाली दल व बसपा में शामिल हो गए तो कांग्रेस कहां खड़ी होगी? रातुल ने कहा कि दूसरे दलों से कांग्रेस में आए नेताओं को टिकटें देने की बजाय पहले 5 साल उनसे पार्टी का काम लिया जाना चाहिए। रातुल ने बताया कि श्रीमती चौधरी ने उनकी बातों को बड़े गौर से सुना और आश्वासन दिया कि वह सारे मामले को स्टेट स्क्रूटङ्क्षनग कमेटी के ध्यान में लाएंगी।
जब अरुणा चौधरी के स्वागत को भूले कांग्रेसी
जिला स्क्रूटनिंग कमेटी की ऑब्जर्वर व पंजाब की शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी के स्वागत को कांग्रेसी उस समय भूल गए, जब पूर्व सांसद मोहिन्द्र सिंह के.पी. के साथ तय समय पर ऑब्जर्वर जब कांग्रेस भवन पहुंची तो वहां पर केवल चंद कांग्रेसी ही मौजूद थे। इस दौरान मौके पर उपस्थित प्रदेश कांग्रेस के महासचिव अरुण वालिया, प्रदेश सचिव सरदारी लाल भगत, ब्लॉक प्रधान कस्तूरी लाल शर्मा सहित मात्र 5-7 कांग्रेसियों ने आनन-फानन में ऑब्जर्वर को रिसीव कर उन्हें आफिस में बिठाया, जबकि सांसद, विधायक, जिला कांग्रेस प्रधान सहित सभी सीनियर नेता करीब आधे घंटे बाद कांग्रेस कार्यालय आए। इसके उपरांत मीटिंग को शुरू किया गया।
वाल्मीकि, क्रिश्चियन, सैनी सिख सहित वयोवृद्ध कांग्रेसियों के शिष्टमंडल ने ऑब्जर्वर से की मुलाकात
विधायकों व दावेदारों के साथ मीटिंग के बाद वाल्मीकि समाज, क्रिश्चियन, सैनी सिख समुदाय के नेताओं के शिष्टमंडल ने अरुणा चौधरी से मुलाकात कर चुनावों के दौरान उनकी बिरादरी को बनता प्रतिनिधित्व देने की मांग की। वाल्मीकि नेता अमृक खोसला ने बताया कि उन्होंने ऑब्जर्वर को बताया कि 2007 व 2012 के चुनावों में वाल्मीकि बिरादरी की अनदेखी हुई, जिसका खमियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा था। 2017 के चुनावों में वाल्मीकि बिरादरी ने पुन: कांग्रेस को समर्थन दिया है। अगर निगम चुनावों में रिजर्व सीटों पर बिरादरी के नेताओं को टिकटें न दी गईं तो कांग्रेस को चुनावों में नुक्सान झेलना पड़ेगा। इसके अलावा सरदारी लाल भगत व कई वयोवृद्ध नेताओं ने पुराने व टकसाली कांग्रेसियों व उनके पारिवारिक सदस्यों को टिकटें देने की वकालत की।
14 वार्डों से दावेदार हुए क्लीयर
नगर निगम के 80 वार्डों में से 14 वार्डों में उन दावेदारों की टिकट क्लीयर समझी जा रही है जिन वार्डों में केवल एक कांग्रेसी ने टिकट के लिए आवेदन फार्म जमा करवाया है। उक्त 14 वार्डों में टिकट के लिए कोई अन्य दावेदार न होने की वजह से उनके नामों की घोषणा कल होने की संभावना है। जिक्र योग्य है कि उक्त 14 वार्ड पिछले हाऊस में रहे पार्षदों से सबंधित हैं जिनकी मजबूत स्थिति को देखते हुए किसी अन्य कांग्रेसी ने उनके खिलाफ टिकट नहीं मांगी है।
वार्ड नं. 38 व 52 में सबसे ज्यादा 11 दावेदार
कांग्रेस ने आवेदन फार्म लेने के काम को पूरा कर लिया है, जिसके उपरांत वार्ड नं.-38 व 52 से सबसे ज्यादा 11-11 दावेदारों ने टिकट के लिए अप्लाई किया है। निगम के कुल 80 वार्डों में से 33 वार्ड ऐसे हैं जिनमें टिकट के चाहवानों की संख्या 4 से ज्यादा है। इस कारण कांग्रेस के सीनियर नेताओं के चेहरों पर कुछ शिकन भी दिखाई दी कि एक को टिकट देने के उपरांत बगावत की आशंका के चलते सबसे बड़ी दिक्कत अपनों को मनाने की होगी। उल्लेखनीय है कि वार्ड नं. 72 से 10, वार्ड नं. 18 से 9, वार्ड नं. 24, 32 व 36 से 8, वार्ड नं. 46, 60, 62 व 73 से 7, वार्ड नं. 2, 7, 17, 22, 33, 34, 41, 53, 54, 57, 66, 71, 74 में 6 और वार्ड नं. 16, 20, 40, 43, 51, 55, 64, 69, 77 से 5-5 कांग्रेसी नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।