Edited By Updated: 08 Dec, 2016 10:50 AM
जेल के कैदियों व हवालातियों को गंभीर बीमारियों से बचाए रखने के लिए बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू व नशे की अन्य वस्तुओं पर सख्त प्रतिबंध लगाया हुआ है।
लुधियाना (स्याल): जेल के कैदियों व हवालातियों को गंभीर बीमारियों से बचाए रखने के लिए बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू व नशे की अन्य वस्तुओं पर सख्त प्रतिबंध लगाया हुआ है। मगर नशे की आदत से मजबूर कैदी हो या हवालाती ऐसी प्रतिबंधित वस्तुओं को जेल के अंदर लाने के लिए कोई न कोई हथकंडा अपना ही लेते हैं। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब एक कैदी अपनी पीठ पर बीडिय़ों के बंडल बांधकर जेल के अंदर ले जाने की कोशिश में पकड़ा गया। उसके प्रयास को जेल गार्द कर्मचारियों ने विफल कर दिया।
जानकारी के अनुसार कैदी विकास कुमार सायं पेशी भुगतकर वापस जेल आया तो ड्यूटी में तैनात कर्मी ने तलाशी उपरांत उसकी पीठ पर प्लास्टिक टेप के साथ चिपका रखे 2 बीडिय़ों के बंडल पकड़े। कैदी विकास को जेल अधिकारी के समक्ष पेश किया गया। बताया जाता है कि उक्त कैदी को पेशी पर ले जाने वाली पुलिस गार्द कर्मचारियों की कथित मिलीभगत के चलते ही उसने इस तरह का हथकंडा अपनाया। जब पुलिस गार्द किसी कैदी व हवालाती को पेशी पर लेकर जाती है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी बनती है कि सुरक्षा के साथ-साथ ऐसे गलत गतिविधियों की तरफ विशेष ध्यान रखे।
सवाल यह उठता है कि उक्त कैदी ने अपनी पीठ पर टेप के साथ 2 बीडिय़ों के बंडल कब और कैसे चिपकाए और उसे पेशी के दौरान कौन बंडल देकर गया। इसकी सारी गाज गार्द पुलिस पर गिर सकती है। इस संबंध में जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरचरण सिंह धालीवाल ने बताया कि पुलिस गार्द द्वारा की गई लापरवाही के चलते कैदी ने इस तरह का हथकंडा अपनाया। उन्होंने बताया कि गार्द कर्मचारियों की इस लापरवाही संबंधी पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र भेज दिया गया है। इसकी भी जांच की जा रही है कि पेशी के दौरान कैदी को किसने बीडिय़ों के बंडल उपलब्ध करवाए।