Edited By Updated: 17 Apr, 2017 02:27 PM
नशे के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत मोगा पुलिस गांव दौल्ले वाला में छापेमारी की।
कोट ईसे खां(छाबड़ा): पुलिस फोर्स सहित 3 डी.एस.पीज दौलेवाला मायर में औचक छापेमारी की। इस दौरान समूचे गांव में तलाशी अभियान चलाकर कइयों कोहिरासत में लिया गया। यह सारी कार्रवाई यहां से नशा तस्करी संबंधी मिली शिकायतों के आधार पर की गई। चैकिंग दौरान पोस्त, अफीम, स्मैक, चिट्टे आदि का कोई केस पकड़ में नहीं आया। दिन चढ़ते ही गांव को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया तथा सोए हुए लोगों को उठा कर घरों की तलाशी ली गई। इसके साथ घरों में खड़े वाहनों के कागज-पत्र भी चैक किए गए। चैकिंग दौरान डी.एस.पी. (डी.) मनदीप सिंह, डी.एस.पी. (सिटी) अजय राज सिंह, डी.एस.पी. कंट्रोल रूम सुखदेव सिंह, एस.एच.ओ. फतेहगढ़ पंजतूर गुरविन्द्र सिंह भुल्लर तथा 300 के करीब पुलिस मुलाजिम मौजूद थे।
डी.एस.पी. (डी.) मनदीप सिंह ने बताया कि इस गांव की काफी शिकायतें मिली थीं कि इस गांव में बड़े स्तर पर नशों की तस्करी की जाती है। इस दौरान घरों में खड़े मोटरसाइकिल तथा गाडियों के कागज भी चैक किए गए तथा 40 के करीब मोटरसाइकिल वैरीफिकेशन के लिए कब्जे में लिए गए। इस आप्रेशन दौरान 30 किलो लाहन तथा 40 बोतल शराब बरामद की गई। इस संबंध में 2 महिलाओं सहित दर्जन के करीब व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।
नशा तस्करी के मामले में पंजाब का नंबर-1 गांव बन रहा दौलेवाला : नशा तस्करी के मामले में गांव दौलेवाला पंजाब का नंबर-1 गांव बनता जा रहा है। पहले यहां से देसी शराब, चूरा-पोस्त तथा चिट्टा पकड़ा गया है।
गौरतलब है कि गांव दौलेवाला पंजाब का इकलौता गांव है जिसके औसतन लगभग प्रत्येक घर के खिलाफ पुलिस केस दर्ज हैं। इस गांव में करीब 400 घर हैं, जबकि पुलिस केसों की संख्या इसके करीब ही है। पुराने केसों को जोड़ें तो यह संख्या हजारों में बनती है। जिला मोगा के इस गांव के करीब 75 प्रतिशत लोग नशों का कारोबार करते हैं। यह गांव जिला फिरोजपुर व मोगा की सीमा पर पड़ता है। इस गांव के अधिकतर लोग राय सिख बिरादरी के हैं, जो तस्करी करते हैं। गांव की काफी महिलाओं के खिलाफ भी पुलिस केस दर्ज हैं।