Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Oct, 2017 03:03 PM
सब-डिवीजन सुल्तानपुर लोधी की अनाज मंडियों में अब तक तकरीबन 3 लाख क्विंटल के करीब धान की सरकारी व प्राइवेट खरीद हो चुकी है...................
सुल्तानपुर लोधी(सोढी): सब-डिवीजन सुल्तानपुर लोधी की अनाज मंडियों में अब तक तकरीबन 3 लाख क्विंटल के करीब धान की सरकारी व प्राइवेट खरीद हो चुकी है व साथ ही धान की कटाई का कार्य गांवों में और तेजी पकड़ता जा रहा है। इस बार धान में आ रही अधिक नमी के कारण किसानों का धान अनाज मंडियों में सूखने के लिए बिखेरना पड़ रहा है, जिस कारण किसानों को 2 दिन मंडियों में रुकना पड़ता है।
धान व बासमती का इस बार अच्छा भाव मिलने से जहां किसान खुश हैं, वहीं पराली के कारण किसानों को भारी परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। दाना मंडी में आए किसानों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार द्वारा धान की खरीद करने के उपरांत 48 घंटों में पेमैंट करने के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसानों ने बताया कि धान की खरीद 1 अक्तूबर से शुरू हुई थी लेकिन आज तक किसी भी किसान को कोई भुगतान नहीं मिला। किसान डीजल व अन्य फसलों की बिजाई हेतु मशीनरी लेने के लिए आढ़तियों के पास चक्कर मार कर निराश लौट रहे हैं। इस संबंधी आढ़तियों ने बताया कि अभी कुछ दिन और धान की अदायगी होने की उम्मीद नहीं है।
पराली न जलाने देने पर किसान भारी परेशानी में
इस बार ग्रीन ट्रिब्यूनल इंडिया द्वारा धान की पराली को जलाने से रोकने के लिए दिए फैसले के बाद पंजाब सरकार ने पराली संभालने के लिए किसानों को तो कोई सहायता नहीं दी बल्कि उलटा जुर्माने करने पर केस दर्ज करने का आदेश देकर किसानों को बड़ी परेशान में डाल दिया है। किसानों का कहना है कि पहले ही कर्ज की मार झेल रहे किसान कैसे 10-12 लाख रुपए की मशीनरी पराली को जमीन में दबाने के लिए खरीदेंगे।