Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 10:28 AM
प्रदेश सरकार द्वारा लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के उद्देश्य से गत दिवस शुरू की गई ऑनलाइन लर्निंग लाइसैंस
जालंधर (अमित): प्रदेश सरकार द्वारा लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के उद्देश्य से गत दिवस शुरू की गई ऑनलाइन लॄनग लाइसैंस आवेदन प्रक्रिया जो पहले ही दिन फ्लॉप साबित हुई थी, उसके दूसरे दिन ट्रैक पर कुल 5 ऑनलाइन लर्निंग लाइसैंस आवेदन आए जिनमें से 4 आवेदकों ने अपना-अपना ऑनलाइन लर्निंग लाइसैंस टैब-टैस्ट दिया और चारों ही पास हुए।
नई प्रणाली के अंतर्गत ट्रैक पर मौजूद ए.टी.ए. बलबीर सिंह ने सभी सफल आवेदकों को मौके पर ही लाइसैंस डिलीवर किए। ए.टी.ए. ने बताया कि नई प्रणाली बेहद सरल व पारदर्शी है और अगर सही ढंग से अपना आवेदन जमा किया गया है तो ट्रैक पर केवल 15 मिनट के अंदर ही उम्मीदवार को उसको अपने लाइसैंस की डिलीवरी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह व्यवस्था बिल्कुल नई है, इसलिए जनता में जानकारी के अभाव और जागरूकता की कमी के कारण आवेदनों की गिनती काफी घट गई है मगर जैसे-जैसे लोगों को इसके बारे में पता लगेगा, वैसे-वैसे आवेदनों की गिनती भी बढऩे लगेगी।
ऑनलाइन आवेदन को लेकर इंक्वायरियों की आई बाढ़
ट्रैक पर ऑनलाइन लॄनग लाइसैंस आवेदन की जानकारी लेने के उद्देश्य से इंक्वायरी करने वालों की बाढ़-सी आ गई है और इस सारे काम को देख रहे क्लर्क जसविंद्र सिंह के पास बहुत बड़ी गिनती में लोग अपना-अपना मोबाइल फोन लेकर आवेदन की प्रक्रिया समझने के लिए पहुंचे। जसविंद्र ने सभी लोगों को आवेदन करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लर्निंगलाइसैंस के लिए ट्रैक पर जाते समय हर आवेदक को अपने आवेदन की रसीद और अन्य दस्तावेज जो साइट पर अपलोड किए गए हैं, वे लेकर आना बेहद जरूरी है, क्योंकि ऐसा न करने पर उसे दोबारा से वापस जाना होगा और वह टैस्ट नहीं दे सकेगा।
ए.टी.ए. ने पहले आवेदक को सौंपा लाइसैंस, जताई प्रसन्नता
ए.टी.ए. बलबीर सिंह ने ट्रैक पर सबसे पहले ऑनलाइन आवेदन द्वारा लाइसैंस लेने वाले अमरजोत सिंह पुत्र तिरलोक सिंह निवासी मकान नं. 185, नजदीक जट्टां दा गुरुद्वारा, जालंधर को निजी तौर पर लाइसैंस की डिलीवरी प्रदान की और इस बात को लेकर प्रसन्नता जताई और कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई इस नई प्रणाली से लाइसैंस लेना काफी सरल हो गया है।