Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 03:00 PM
अस्पताल के बैड पर पड़ी यह मासूम अनमोल है। उसकी ज़िंदगी की कीमत महज इतनी सी थी कि उसका इलाज करवाने की जगह उसके माता -पिता किसी तांत्रिक से उसका फांडा करवाते रहे। इसके चलते बच्ची ती इंफैकशन बढ़ती गई और वह मौत के मुंह में जाते-जाते बची। मामला अमृतसर का...
अमृतसरः अस्पताल के बैड पर पड़ी यह मासूम अनमोल है। उसकी ज़िंदगी की कीमत महज इतनी सी थी कि उसका इलाज करवाने की जगह उसके माता -पिता किसी तांत्रिक से उसका फांडा करवाते रहे। इसके चलते बच्ची ती इंफैकशन बढ़ती गई और वह मौत के मुंह में जाते-जाते बची। मामला अमृतसर का है।
अनमोल को इंफैकशन हुई थी, परन्तु समय पर इलाज न मिलने के कारण उसकी हालत बिगड़ गई। समाजसेवी संस्था की मदद से उसी समय बच्ची को अस्पताल लाया गया। उस समय उसके दिल की धड़कन काफी तेज थी । उसमें रक्त केवल 4 ग्राम रह गया था। बच्ची के परिवार की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने भी उसका इलाज पूरी तरह मुफ्त कर दिया।
दूसरी तरफ बच्ची के परिवार का अभी भी यही कहना है कि तांत्रिक में हुनर की कमी के कारण बच्ची की यह हालत हुई। वरना सब कुछ ठीक हो जाता। एक तरफ हम देश के अंदर बड़ी से बड़ी सुविधा लाने की बात करते है। दूसरी तरफ सुविधाएं होने के बावजूद लोग अभी भी अधंविश्वास की जड़ों से जुड़े हुए हैं और अपनी, जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे है।