Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 09:00 AM
नाभा की मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल में से पिछले साल 27 नवम्बर को फरार हुए गैंगस्टर कमलप्रीत सिंह उर्फ नीटा दयोल के वकील हरप्रीत सिंह ने कहा कि अगर जेल ब्रेक कांड की सच्चाई सामने आ गई तो बड़े-बड़े पुलिस अफसर, राजनेता व उद्योगपति फंस सकते हैं। उन्होंने...
नाभा (जैन) : नाभा की मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल में से पिछले साल 27 नवम्बर को फरार हुए गैंगस्टर कमलप्रीत सिंह उर्फ नीटा दयोल के वकील हरप्रीत सिंह ने कहा कि अगर जेल ब्रेक कांड की सच्चाई सामने आ गई तो बड़े-बड़े पुलिस अफसर, राजनेता व उद्योगपति फंस सकते हैं। उन्होंने नीटा दयोल को ब्रेक कांड के एक साल बाद नाभा जेल में ले जाने पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि नीटा को कुछ समय पहले पटियाला, फिर कपूरथला व अब नाभा सिक्योरिटी जेल में लाया गया है। वह बेकसूर है, उसका जेल ब्रेक के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि नाभा की सिक्योरिटी जेल में कभी जेल ब्रेक नहीं हुई। यह केवल सियासी स्टंट था। नाभा जेल में नीटा दयोल की जान को खतरा है। जेल ब्रेक कांड के बाद नीटा पुलिस के पास ही था।
नीटा के वारिसों (माता-पिता) ने माननीय हाईकोर्ट में पटीशन दाखिल कर दी थी कि पुलिस नीटा को मार सकती है जिसके बाद नीटा तुरंत गिरफ्तार हो गया। इस कारण वे मांग कर रहे हैं कि नीटा दयोल को तुरंत मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल से शिफ्ट किया जाए। उससे कोई मोबाइल बरामद नहीं हुआ। यह सब कुछ उन्होंने अदालत में बता दिया, जिस कारण पुलिस रिमांड की मांग मंजूर नहीं हुई।