Edited By Updated: 06 Dec, 2016 05:47 PM
नाभा जेल ब्रेक कांड के बाद भी पुलिस ने सबक नहीं सीखा है। राज्य की विभिन्न जेलों से फरार होने वाले कैदियों को पकडऩे के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। आर.टी.आई. एक्टीविस्ट रवि कुमार शर्मा ने अमृतसर सैंट्रल जेल के अधिकारियों से जो जानकारी हासिल की...
जालंधर (धवन): नाभा जेल ब्रेक कांड के बाद भी पुलिस ने सबक नहीं सीखा है। राज्य की विभिन्न जेलों से फरार होने वाले कैदियों को पकडऩे के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। आर.टी.आई. एक्टीविस्ट रवि कुमार शर्मा ने अमृतसर सैंट्रल जेल के अधिकारियों से जो जानकारी हासिल की है, वह काफी सनसनीखेज है।
उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन ने सूचित किया है कि अमृतसर जेल से पैरोल पर जाते समय लगभग 54 कैदी फरार हो गए थे। अभी तक ये 54 कैदाी पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं। ये कैदी सुरक्षा के समूचित प्रबंध न होने के कारण पैरोल के समय फरार हो गए थे। अभी तक पुलिस को नहीं पता कि ये कैदी कहां गायब है। इनमें से कई कैदी तो सजा काट रहे थे, या कइयों की अदालतों में विभिन्न मुकद्दमों में सुनवाई चल रही थी।
पैरोल पर जाने वाले कैदियों की छुट्टियां जिला मैजिस्ट्रेट की सिफारिशों पर तय होती रही हैं। पैरोल पर छुट्टी देने के नियमों पर कई बार जेल प्रशासन ने फेरबदल भी किया है।
सुरक्षा विंग से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि पैरोल के बाद फरार होने वाले ये आपराधिक तत्वों ही जेलों के अंदर की स्थिति बाहर अन्य सदस्यों से सांझा करते हैं तथा उसके बाद जेल ब्रेक कांड की योजनाएं तैयार की जाती हैं। नाभा जेल ब्रेक कांड में संलिप्त अनेकों फरार अभियुक्त अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं। कई सेवानिवृत्त जेल पुलिस अधिकारियों ने जेलों की हालत को लेकर गंभीर चिन्ता भी जताई है।