Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 12:59 PM
पंजाब सरकार में चल रहे गंभीर वित्तीय संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने मंत्रियों व विधायकों समेत सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने आयकर का भुगतान खुद करने का सुझाव दिया है।
जालंधर (धवन): पंजाब सरकार में चल रहे गंभीर वित्तीय संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने मंत्रियों व विधायकों समेत सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने आयकर का भुगतान खुद करने का सुझाव दिया है। इस समय आयकर का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है, जिस कारण सरकारी खजाने पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने समेत सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को स्वेच्छा से आयकर देने का प्रस्ताव पेश किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब देश का ऐसा राज्य है, जहां सरकार के सभी मंत्रियों व विधायकों के आयकर का सरकार द्वारा भुगतान करने की प्रणाली प्रचलित है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 11.08 करोड़ के टैक्स का भुगतान किया जा रहा है। वित्तीय प्रबंधन बारे कैबिनेट सब कमेटी की बैठक के बाद सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि विधायकों के आयकर का भुगतान 10.72 करोड़ रुपए बनता है, जबकि बाकी भुगतान मंत्रियों का है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों पर उक्त प्रस्ताव लागू करने की बात कही है। अगर यह सुझाव लागू होता है तो इससे सारी रकम की बचत होगी तथा उक्त राशि का प्रयोग राज्य के विकास कार्यों में किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि पूर्व सरकार की गलत नीतियों के कारण पंजाब आॢथक संकट के दौर से गुजर रहा है तथा राज्य पर कर्जों का बोझ काफी बढ़ चुका है। इसलिए राज्य सरकार बचत को उत्साहित करने के लिए ही उक्त कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले अमीर किसानों व पार्टी के साथियों को मुफ्त बिजली सबसिडी छोडऩे का भी प्रस्ताव दिया था। मुख्यमंत्री ने स्वयं सबसिडी लेना छोड़ दिया था।