Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 12:39 PM
12वीं सदी के प्रमुख सूफी संत बाबा शेख फरीद जी का आगमन पर्व 21 से 23 सितम्बर तक पूरी श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाता है। इस पर्व पर बाबा फरीद जी रिलीजियस एंड चैरिटेबल सोसाइटी के मुख्य सेवादार स. इंदरजीत सिंह खालसा ने एेलान किया।
फरीदकोटः 12वीं सदी के प्रमुख सूफी संत बाबा शेख फरीद जी का आगमन पर्व 21 से 23 सितम्बर तक पूरी श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाता है। इस पर्व पर बाबा फरीद जी रिलीजियस एंड चैरिटेबल सोसाइटी के मुख्य सेवादार स. इंदरजीत सिंह खालसा ने एेलान किया।
उन्होंने बताया कि बाबा फरीद अवार्ड फॉर अानेस्टी के लिए इस बार कुल 13,भगत पूर्ण सिंह अवार्ड फॉर सर्विस टू ह्यूमैनिटी के लिए 31 अर्जिया अा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि बाबा फरीद अवार्ड फॉर अानेस्टी के लिए कांग्रेस मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का चयन हुअा है। सिद्धू इस साल के सबसे ईमानदार व्यक्ति के तौर पर चुने गए है ।
भगत पूर्ण सिंह अवार्ड फॉर सर्विस टू ह्यूमैनिटी के लिए परमजीत सिंह पम्मी स्कूटर मैकेनिक का चयन हुअा है। पम्मी 15-20 सालों में हुए हादसों में करीब 400 लोगों की जान बचा चुके है ।
कैसे होती हैं आगमन पर्व की तैयारियां
बाबा शेख फरीद जी के आगमन पर्व को लेकर शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। मुख्य सड़कें नई बनाकर इन पर झंडियां लगाई जाती हैं और चौकों को भी सजाया जाता है। रात के समय आगमन पर्व दौरान लडिय़ां लगाई जाती हैं और सारा शहर जगमगा उठता है।
शहर के सभी एकतरफा रास्तों के डिवाइडरों का रंग-रोगन कर उनको चमकाया जाता है। 19 से 23 सितम्बर तक लगने वाले इस आगमन पर्व मेले को लेकर सितम्बर महीने में सजाना शुरू कर दिया जाता है। सितम्बर महीना शुरू होने में सिर्फ 10 दिन बचे हैं और शहर की स्थिति यह है कि इसकी कई सड़कें अभी भी 10-10 फुट गहरी उखाड़ी हुई हैं, जिस कारण आगमन पर्व की सजावट को धब्बा लगने की संभावनाएं साफ दिखाई दे रही हैं।