Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Aug, 2017 10:27 AM
आढ़तिया एसोसीएशन की अहम मीटिंग स्थानीय कम्युनिटी हाल में सम्पन्न हुई। मीटिंग में आढ़तिया एसोसीएशन के प्रदेशाध्यक्ष विजय कालड़ा मुख्य तौर पर पहुंचे।
जलालाबाद (सेतिया): आढ़तिया एसोसीएशन की अहम मीटिंग स्थानीय कम्युनिटी हाल में सम्पन्न हुई। मीटिंग में आढ़तिया एसोसीएशन के प्रदेशाध्यक्ष विजय कालड़ा मुख्य तौर पर पहुंचे।
इसके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह बराड़,रूप लाल दत्ता, शाम सुन्दर मैणी, जिला प्रधान अमृत लाल छाबड़ा, महांवीर सिंह प्रधान तरनतारन, जरनैल सिंह मुखीजा, चंद्र प्रकाश शहरी प्रधान, अनिल दीप सिंह नागपाल, दविंदर मैणी, बलराज कंबोज, अशोक शक्कसुधा, राकेश उतरेजा प्रेस सचिव विशेष तौर मौजूद थे। इसके अतिरिक्त पंजाब बुद्धीजीवी सैल के प्रदेश चेयरमैन अनीष सिडाना, राज बख्श कंबोज, मोहन लाल कालड़ा, बलराम धवन, मनोहर लाल कुक्कड़, रघुबीर सिंह, धर्म सिंह सिद्धू व नन्नू कुक्कड़ आदि मौजूद थे।
मीटिंग को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष विजय कालड़ा ने कहा कि जलालाबाद के आढ़तियों के मुताबिक यहां के राईस मिल्लरों की तरफ 2014-15 के दौरान 40-50 करोड़ रुपया बकाया खड़ा था और अब यह बढ़ कर 100 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है और अगर 31 अगस्त तक शैलर मालिकों ने आढ़तियों के खाते कलीयर न किए तो उन्हें मंडी में धान नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राईस मिल्लरों द्वारा आढ़तियों के पैसों के साथ अपना कारोबार तथा अन्य कार्यों पर पैसे लगाए जाते हैं जबकि उन्हें समय पर अदायगी नहीं की जाती है। लेकिन इस बार आढ़तिए किसी भी कीमत पर धक्केशाही सहन नहीं करेंगे और अपना बकाया वसूलेंगे।
इसके अलावा अदायगी न करने वालों के खिलाफ सरकार के पास लिखित में भेजा जाएगा और उनके लायसैंस भी रद्द करवाए जाएंगे और धान नहीं लगने दिया जाएगा। इसके इलावा अगर धरना प्रदर्शन भी करना पड़ा तो जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ आड़तियों द्वारा राजनीतिक शह पर आढ़तियों को हरासमैंट किया जाता है जिसे सहन नहीं किया जाएगाा। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी किसान आत्म हत्या करता है तो बिना जांच किए आढ़तिए पर धारा 306 लगा दी जाती है जबकि आढ़तिओं को नजायज तौर पर केस में फंस जाते हैं।
वे सरकार से मांग करते हैं कि बिना किसी उच्चाधिकारी की जांच पड़ताल के बिना आढ़तिए को तंग ना किया जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले धान के सीजन में लोडिंग तथा टरांस्पोटेशन का काम आढ़तिए खुद संभालेंगे और सरकार से बनता अधिकार आढ़तियों को लेकर दिया जाएगा और ट्रक यूनियन की दखल अंदाजी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीदे गए धान की खरीद संबंधी पंजाब आढ़तिया एसोसीएशन द्वारा मिती एक की जाएगी न कि मंडियों में अलग अलग तिथियां रखी जाएगी।