Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 11:41 AM
एक तरफ भारत में 15 अगस्त को आजादी दिवस मनाया गया और छोटे-बड़े स्कूलों में झंडा फहरा कर आजादी दिवस....
सादिक(परमजीत): एक तरफ भारत में 15 अगस्त को आजादी दिवस मनाया गया और छोटे-बड़े स्कूलों में झंडा फहरा कर आजादी दिवस संबंधी विस्तार से बताया गया। दूसरी तरफ कुछ खालिस्तानी गुटों के वर्करों ने 15 अगस्त को काले दिवस के तौर पर मनाते हुए राष्ट्रीय झंडे का अपमान करते हुए जूतों के हार झंडे पर पहनाए और हमारा देश खालिस्तान है, भारत हमारा देश नहीं है, की फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की है।
फोटो के वायरल होते ही ज्यादातर गर्म ख्याली लोगों ने उक्त तस्वीरों को लाइक किया और अलग-अलग ग्रुपों में शेयर भी किया। इसी तरह विदेशों में बसते सिखों ने आजादी दिवस को काले दिवस के तौर पर मनाया। जर्मनी से गुरविन्द्र सिंह कोहली ने कहा कि देश की आजादी को लेकर 15 लाख लोगों का मारे जाना, 50 हजार बेटियों का अगवा होना ही मिला है।
केंद्र की तरफ से पंजाब के साथ भेदभाव और धक्केशाही भी लगातार जारी है, जिसमें अमृतसर के हवाई अड्डे पर अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के उतरने और चढऩे पर पाबंदी, बाढ़ के समय दरिया पंजाब और सूखे के समय हरियाणा के, पंजाब के पानियों पर सरेआम डाका, कानून बना कर पंजाब के कारखाने को हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में चले जाने के लिए मजबूर करना, पंजाबी भाषा के साथ भेदभाव, सिख यात्रियों को ननकाना साहिब की यात्रा न करने देना, पंजाब को ड्रग स्टेट और नशेड़ी राज्य बनाना और पंजाबियों को अन्य राज्यों में जमीन खरीदने पर पाबंदी लगाने के बाद हम किस तरह आजादी दिवस मनाएं।