Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 10:34 AM
टै्रफिक जाम की वजह बन रहे अतिक्रमणों पर पुख्ता कार्रवाई के नाम पर चारों जोनों की तहबाजारी टीमों ने फील्ड गंज, शाहपुर रोड व जेल रोड इलाके में ज्वाइंट आप्रेशन चलाया। नगर निगम अफसरों के मुताबिक तहबाजारी शाखा की टीम जहां कहीं भी अवैध कब्जों के खिलाफ...
लुधियाना(हितेश): टै्रफिक जाम की वजह बन रहे अतिक्रमणों पर पुख्ता कार्रवाई के नाम पर चारों जोनों की तहबाजारी टीमों ने फील्ड गंज, शाहपुर रोड व जेल रोड इलाके में ज्वाइंट आप्रेशन चलाया। नगर निगम अफसरों के मुताबिक तहबाजारी शाखा की टीम जहां कहीं भी अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जाती है, वहां पहले तो थोड़ा-सा सामान उठाने के साथ गाडिय़ां भर जाती हैं। इसके अलावा निगम टीम के आने की सूचना मिलते ही अतिक्रमणकारी सड़क पर पड़े सामान को दुकानों के अंदर रख लेते हैं और रेहड़ी-फडिय़ों वाले गलियों में घुस जाते हैं। जो निगम दस्ते के जाने से कुछ देर बाद फिर पुरानी जगह पर कब्जा जमा लेते हैं। उपरोक्त हालातों के मद्देनजर निगम ने सॢजकल स्ट्राइक के रूप में चारों जोनों की टीमें लगाकर ज्वाइंट एक्शन करने की योजना बनाई। इसकी शुरूआत फील्ड गंज, शाहपुर रोड व जेल रोड इलाके से की गई। जहां एक तरह से घेराबंदी की प्लानिंग के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इसके तहत 2 टीमों ने जगराओं पुल व 2 टीमों ने सिविल अस्पताल की तरफ से धावा बोला। जिन टीमों ने सड़क की जगह में पड़े दुकानदारों के सामान, वाहनों व रेहड़ी-फडिय़ों को विरोध के बावजूद जब्त कर लिया।
कब्जे करने व अतिक्रमणकारियों को शह देने पर दुकानदारों के कटे चालान
फील्ड गंज, शाहपुर रोड व जेल रोड इलाके में बड़ी समस्या यह है कि वहां दुकानदारों ने कई फुट बाहर तक सड़क की जगह में सामान व वाहन रखकर रास्ता बंद किया हुआ है। उसके आगे रेहड़ी-फडिय़ां लगवा रखी हैं। जिनको बिजली का कनैक्शन देने सहित निगम की कार्रवाई दौरान विरोध करने को कहा जाता है। जिनके चालान काटने की मुहिम निगम ने तेज कर दी है।
रूटीन टै्रफिक के अलावा अस्पताल जाने वाली गाडिय़ों को आती है दिक्कत
फील्ड गंज, शाहपुर रोड व जेल रोड इलाके में अतिक्रमणों के कारण लगने वाले टै्रफिक जाम से आम लोगों को तो दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, उसी सड़क से सी.एम.सी. व सिविल अस्पताल को रास्ता जाने के कारण एम्बुलैंस तक जाम में फंसी देखी जा सकती हैं। इसके मद्देनजर अवैध कब्जों पर कार्रवाई करने बारे लंबे समय से चली आ रही मांग पर अब जाकर अमल शुरू हो पाया है।