Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jul, 2017 01:30 PM
पंजाब के लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान पंजाब के नगर निगमों में सिंगल टैंडर के
जालंधर (खुराना) : पंजाब के लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान पंजाब के नगर निगमों में सिंगल टैंडर के आधार पर अलाट किए गए करोड़ों रुपए के टैंडरों का मुद्दा उठाते हुए राज्य के 4 एस.ईज को सस्पैंड कर दिया था। सिंगल टैंडर स्कैम के बाद अब नवजोत सिद्धू द्वारा नगर निगमों में अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान हुए रोड कटिंग स्कैंडल को सामने लाया जा रहा है, जिसके माध्यम से भी नगर निगमों और पंजाब सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाई गई। पता चला है कि नवजोत सिद्धू ने सभी नगर निगमों से रोड कटिंग बाबत रिकार्ड अपने पास मंगवा लिया है। यह रोड कटिंग पिछले कुछ सालों दौरान रिलायंस जियो, आइडिया तथा अन्य प्राइवेट टैलीकॉम कम्पनियों द्वारा की गई। ज्यादातर प्राइवेट टैलीकॉम कम्पनियों ने रोड कटिंग के नाम पर पंजाब सरकार से ली गई छूट का कैसे फायदा उठाया और कैसे इन कम्पनियों के ठेकेदारों ने निगमाधिकारियों से मिलकर सरकारी खजाने को चूना लगाया, आने वाले दिनों में यह सारी लूट सामने आने की संभावना है।
एस.ईज के बाद अब एक्सियनों की बारी
सिद्धू ने सिंगल टैंडर मामले में चार एस.ईज सस्पैंड किए और सिद्धू के तेवरों से साफ है कि आने वाले दिनों में इन एस.ईज पर और कठोर कार्रवाई हो सकती है परन्तु रोड कटिंग मामले में नगर निगमों के एक्सियन्स पर गाज गिरने की सम्भावना दिख रही है। पता चला है कि ज्यादातर निगमों में एक्सियन स्तर के अधिकारियों ने टैलीकॉम कम्पनियों और उनके ठेकेदारों का साथ दिया और रोड कटिंग के नाम पर उन्हें खुली लूट मचाने का मौका दिया। माना जा रहा है कि सिद्धू का अगला निशाना निगमों के एक्सियन होंगे, जिन्होंने टैलीकॉम कम्पनियों के ठेकेदारों का साथ दिया और फीस भी कम वसूली।
ठेकेदारों ने नहीं की रैस्टोरेशन
टैलीकॉम कम्पनियों ने जब निगमों से रोड कटिंग की परमिशन ली तो उसमें साफ लिखा होता है कि जैसी सड़क बनी होगी उसे खुदाई के बाद वैसा ही बनाना ठेकेदार की जिम्मेदारी होगी वरना कम्पनी पर जुर्माना लगाया जाएगा। इस हिसाब से टैलीकॉम कम्पनियों के ठेकेदारों को सीमैंट, लुक-बजरी तथा टाइल वाली सड़कें बनाकर देनी थी जहां उन्होंने गड्ढे खोदे थे परन्तु निगमाधिकारियों से मिलीभगत कर इन कम्पनियों के ठेकेदारों ने रैस्टोरेशन नहीं की और कम्पनियों द्वारा खोदे गए कई गड्ढे आज भी दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।