Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 05:45 PM
राज्यसभा में आज पंजाब के अमृतसर में जालियांवाला बाग में विश्व कवि रवीन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमा लगाने की मांग की गयी जहां आकाादी की लड़ाई में
नर्इ दिल्लीः राज्यसभा में आज पंजाब के अमृतसर में जालियांवाला बाग में विश्व कवि रवीन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमा लगाने की मांग की गयी जहां आकाादी की लड़ाई में अंग्रेजों के निहत्थे लोगों पर गोलिया बरसाने की घटना में असंख्य लोग मारे गए थे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के रीताब्रत बनर्जी ने शून्य काल में यह मामला उठाया जिसका समर्थन सभी सदस्यों ने किया। उन्होंने कहा कि जालियांवाला बा$ग की घटना के विरोध में टैगोर ने नाईटहुड की उपाधि लौटा दी थी जो उन्हें ब्रिटेन की महारानी ने दिया था। बनर्जी ने कहा कि श्री टैगोर ने महारानी को इस बारे में एक पत्र भी लिखा था जिसमें उन्होंने इस नृशंस घटना की कड़ी निंदा भी की थी और उसमें अपनी एक कविता भी भेजी थी जिसमे भयमुक्त मस्तिष्क की बात उन्होंने लिखी थी। उन्होंने श्री टैगोर की इस कविता का एक अंश भी पढ़कर सुनाया और कहा कि टैगोर के इस पत्र को जालियांवाला बाग में फ्रेम कर लगाया जाना चाहिए और वहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जानी चाहिए। बनर्जी ने यह भी कहा कि असम में टैगोर के जन्मदिन पर होने वाले अवकाश को भी समाप्त कर दिया गया है, इस पर सभी सदस्यों ने शर्म करो-शर्म करो के नारे गए।