Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 11:20 AM
पंजाब और हरियाणा में बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप पर शुक्रवार को हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सेहत विभाग से इस बारे में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
चंडीगढ़/जालंधरः पंजाब और हरियाणा में बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप पर शुक्रवार को हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सेहत विभाग से इस बारे में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि जिस तरह से डेंगू से मौतें हो रही हैं, इससे साफ है कि विभाग लापरवाह है और नतीजा यह है कि डेंगू पर कंट्रोल नहीं हो पा रहा। जिस तरह से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी है, इसे देखते हुए समय की मांग है कि डेंगू कंट्रोल प्रोग्राम रेगूलर बजट प्रोविजन का हिस्सा बने।
जस्टिस अजय कुमार मित्तल व जस्टिस अमित रावल की खंडपीठ ने मामले पर दो नवंबर के लिए सुनवाई तय करते हुए सीनियर एडवोकेट अनुपम गुप्ता को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया है। पंजाब में अब तक डेंगू के 6099 संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। जस्टिस अमित रावल ने कहा कि डेंगू से मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के सुझावों को डेंगू को कंट्रोल करने के लिए गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इससे डेंगू पर काबू पाने में मदद मिल सकती है।
कपूरथला में डेंगू से हालात गंभीर हैं। यहां अब तक डेंगू से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सरकारी आंकड़ा पांच का है। एक एनजीओ की याचिका पर लोकल कोर्ट सेहत मंत्री व लोकल बॉडीज मंत्री को तलब कर चुकी है। चीफ जस्टिस को लिखे पत्र में जस्टिस रावल ने कहा कि सरकारें डेंगू को कंट्रोल करने के लिए जरूरी उपाय नहीं कर रही हैं। हालांकि, डब्ल्यूएचआे ने पहले ही इसकी चेतावनी जारी कर दी थी। लापरवाही से डेंगू लगातार महामारी का रूप लेता जा रहा है।
जस्टिस रावल ने पत्र में लिखा है कि चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के साथ राज्यों के दूसरे हिस्सों में डेंगू से होने वाली मौत के समाचार पढ़ कर उन्हें दुख होता है। कमजोर तबका सबसे ज्यादा प्रभावित है। डेंगू को लेकर सेफ और कम खर्च का उपचार अभी संभव नहीं है।
वेक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम और आई.डी.एस.पी. के स्टेट प्रोग्राम अफसर डॉ. गगनदीप सिंह ग्रोवर का कहना है कि ‘इस साल अब तक पंजाब में डेंगू से 12 संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है। कपूरथला से 5, मोहाली से 3 और मुक्तसर व अन्य जिलों से एक-एक संदिग्ध मौत रिपोर्ट हुई है।