Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 08:25 PM
विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज के एस.एस.पी. दलजिंद्र सिंह ढिल्लों के निदेर्शों पर कार्रवाई करते हुए विजीलैंस विभाग की टीम ...
जालंधर (बुलंद): विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज के एस.एस.पी. दलजिंद्र सिंह ढिल्लों के निदेर्शों पर कार्रवाई करते हुए विजीलैंस विभाग की टीम जिसमें इंसपैक्टर मनदीप सिंह शामिल थे, ने डी.एस.पी. सतपाल चौधरी की अगुवाई में ट्रैप लगाकर जी.एस.टी. विभाग के ई.टी.ओ. कम स्टेट टैक्स आफिसर गुरजीत सिंह को 13,000 रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार शिकायतकत्र्ता सेल टैक्स वकील राजू अंबेदकर ने विजीलैंस विभाग में शिकायत की थी कि उसने एक फर्म का वर्ष 2014 से 17 तक का सेल टैक्स भरा था। उक्त समय की रिटर्नें अंडर सैक्शन 26, पंजाब वैल्यू एडिड टैक्स एक्ट 2005 के अनुसार सहायक आबकारी व कर कमिश्नर जालंधर-1 जो कि अब जी.एस.टी. विभाग बन गया है, के पास जमा करवाई थीं। उक्त फर्म को ई.टी.ओ. गुरजीत सिंह डील कर रहा था। गुरजीत सिंह ने समय-समय पर जो कागजात भी मांगे उसे दे दिए गए। उक्त सारी रिटर्नें फाइल करने के बाद गुरजीत द्वारा उक्त सारी रिटर्नों को फाइल करना था और इनका फाइनल असैस्मैंट आर्डर डिस्पोजल रजिस्टर पर चढ़ाना था, पर फर्म के वकील द्वारा बार-बार गुरजीत से उक्त फाइनल असैसमैंट आर्डर की कापी की मांग की जा रही थी लेकिन अधिकारी द्वारा आर्डर की कापी नहीं दी जा रही थी।
शिकायतकत्र्ता ने बताया कि उसने गत दिनों उक्त अधिकारी गुरजीत सिंह से निवेदन किया कि उसे आर्डर की कापी दी जाए क्योंकि उसने इसे फर्म को देना है तो गुरजीत ने कहा कि तुझे पता होना चाहिए कि ऐसे नहीं मिलते फाइनल आर्डर। अगर फाइनल आर्डर लेना है तो मेरी मुट्ठी गर्म करनी पड़ेगी। इसके लिए अधिकारी ने शिकायतकत्र्ता से 20,000 रुपए की मांग की। इस पर राजू अंबेदकर ने अधिकारी से मिन्नत की कि 20,000 रूपए तो बहुत ज्यादा हैं तो गुरजीत आखिर में 13,000 रुपए में आर्डर सर्टीफिकेट देने को राजी हो गया और कहा कि 1 मार्च को फोन करना व पैसे ले के आना।
इसके बाद राजू ने विजीलैंस विभाग से शिकायत की और सारी बात बताई। डी.ए.पी. द्वारा इंस. मनदीप सिंह की अगुवाई में एक टीम गठित की गई जिसमें एच.सी. गुरजीत सिंह, सी. सिपाही इंद्र सिंह, सिपाही अमनदीप मान शामिल थे। उनके साथ सरकारी गवाह डा. सुरिंद्र कुमार, गुरचरन सिंह, एस.डी.ई. यादविंद्र सिंह व राजेश कुमार को शामिल किया गया। ट्रैप लगाया गया तथा जब राजू अंबेदकर ने ई.टी.ओ. गुरजीत सिंह को उसके दफ्तर में जाकर 13,000 रुपए रिश्वत दी तो उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उसे विजीलैंस एस.एस.पी. के समक्ष पेश किया गया। कल उसे अदालत पेश किया जाएगा।
रिश्वत मांगने वालों की विजीलैंस से करें शिकायत: ढिल्लों
एस.एस.पी. ढिल्लों ने कहा कि जी.एस.टी. की रिटर्नें भरने को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं कि कुछ रिश्वतखोर कर्मचारी लोगों को परेशान करते हैं और रिश्वत की मांग करते हैं। ऐसे लोगों की विजीलैंस को शिकायत की जानी चाहिए ताकि ऐसे भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसी जा सके।