Edited By Updated: 08 Dec, 2016 02:51 PM
देश भर में नोटबंदी दौरान बैंकों के बाहर लगने वाली लंबी लाइनें, घरेलू सामान की खरीदारी से स्कूल बच्चों का खास संबंध नहीं है लेकिन छोटे नोटों की कमी के चलते कई बच्चों को पॉकेट मनी न मिलने कारण उन्हें भी परेशानी हो रही है।
अमृतसर (वडै़च): देश भर में नोटबंदी दौरान बैंकों के बाहर लगने वाली लंबी लाइनें, घरेलू सामान की खरीदारी से स्कूल बच्चों का खास संबंध नहीं है लेकिन छोटे नोटों की कमी के चलते कई बच्चों को पॉकेट मनी न मिलने कारण उन्हें भी परेशानी हो रही है।
स्कूल बच्चे तमन्ना, पवित्र, ज्योत, देवइन्द्र, वंशिका ने बताया कि नोटबंदी ने हमारी पॉकेट मनी बंद करवा दी है। बार-बार पापा जी से पहले की तरह मिलने वाली पॉकेट मनी नहीं दी जा रही है। पापा कहते हैं कि छोटे नोट न मिलने कारण उनके पास पैसे की कमी है जो पैसे मिल रहे हैं घरेलू खर्च में पूरे हो जाते हैं।
कोमल, विकास, सोनू ने कहा कि 500 व 1000 के नोट बंद होने कारण उन्हें इकट्ठी मिलने वाली पॉकेट मनी नहीं मिल रही। अब जरूरत के अनुसार कम पैसे मिल रहे हैं, जिसके साथ खाने-पीने व अन्य सामान की खरीदारी का मजा नहीं आ रहा है।