Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 03:51 PM
वाह नी कैप्टन सरकारे, तेरे भी ने रंग नियारे, अधिक जमीनों वालों को गफ्फे और कम जमीनों वालों को धक्के। ....
बटाला(सैंडी/साहिल): वाह नी कैप्टन सरकारे, तेरे भी ने रंग नियारे, अधिक जमीनों वालों को गफ्फे और कम जमीनों वालों को धक्के।
कैप्टन सरकार द्वारा छोटे किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ करने की लिस्टों को देख कर छोटे किसान परेशान हैं क्योंकि लिस्टों में कई बड़े किसानों के तो दो लाख रूपए तक के कर्ज माफ करने के नाम दर्ज है। लेकिन 2.5 एकड़ से कम जमीनों वाले अधिक किसानों के नाम लिस्टों में दर्ज ही नहीं है, जिसके कारण छोटे किसानों द्वारा सरकार के खिलाफ भारी रोष पाया जा रहा है।
पंजाब केसरी को जानकारी देते ब्लाक कम्यूनिस्ट पार्टी के सचिव सुजदेव सिंह उदोवाली और जिला किसान नेता बलदेव सिंह खहिरा ने बताया कि सरकार द्वारा कर्ज माफ वाली लिस्टें अंग्रेजी भाषा में लगाई है और पंजाब मातृ भाषा से मतभेद किया है, क्योंकि अंग्रेजी में लगी लिस्टें गांवों के बहुत सारे किसान नहीं पढ़ सकते। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार किसानों से किए गए वायदे अनुसार किसानों के कर्ज माफ करे। उन्होंने किसानों को अपील की कि वह सरकार से अपने हक लेने के लिए एकजुट हो और बड़े संघर्ष को तैयार रहें।