Edited By Updated: 26 Feb, 2017 03:50 AM
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश माननीय डा. जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि टैक्स
चंडीगढ़/लुधियाना(गुप्ता): सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश माननीय डा. जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि टैक्स प्रैक्टिशनर्ज को अपना दायरा केवल टैक्स रिटर्न फाइल करने व विवादों का निपटारा करने तक सीमित न रखकर लोगों को टैक्स प्रणाली के प्रति जागरूक भी करना चाहिए, ताकि करदाता टैक्स कल्चर को अपनाकर देश को आर्थिक मजबूत बनाने में योगदान दे सकें। न्यायाधीश डा. चंद्रचूड़ आज चंडीगढ़ ज्यूडीशियल अकादमी में 2 दिवसीय नैशनल टैक्स कांफ्रैंस के उद्घाटनी सत्र को संबोधित कर रहे थे।
जस्टिस डा. चंद्रचूड़ ने कहा कि टैक्स नियमों की तकनीक को समझ कर उसे करदाताओं को समझाना टैक्स प्रैक्टिशनर्ज का दायित्व है। भारत की संघीय प्रणाली में कर प्रणाली सारे देश में एक जैसी होनी चाहिए। इस संबंध में वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) एक अहम रोल अदा करेगी। आज देश में टैक्स प्रणाली एवं कर चोरी को लेकर क्रांतिकारी कदम उठाए जा रहे हैं, इसलिए सभी देशवासियों को इंटरनैट व अन्य संचार साधनों के माध्यम से कर प्रणाली के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी रखनी चाहिए।
न्यायाधीश ने कहा कि देश में कर प्रणाली ऐसी होनी चाहिए कि व्यापार आसानी से चले। साथ ही उन्होंने सरकार को भी हिदायत की कि वह हर ड्यूटीज पर टैक्स लगाने की सोच को त्यागे व एक ही चरण में कर प्रणाली को लागू करे। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एस.एस. सारों ने कहा कि टैक्स प्रैक्टिशनर्ज करदाता व सरकार के बीच एक अच्छे मध्यस्थ की भूमिका निभाएं। सरकार को करों का सरलीकरण करना चाहिए ताकि लोग भयमुक्त होकर कर अदा करें और देश की प्रगति में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर जज ए.के. मित्तल, एडवोकेट जनरल पंजाब अशोक अग्रवाल, सी.ए. डा. गिरीश आहूजा ने केन्द्र सरकार द्वारा आयकर कानूनों में किए गए परिवर्तनों संबंधी टैक्स प्रैक्टिशनर्ज को जानकारी दी व उनकी जिज्ञासा को शांत किया। इस अवसर पर विवेक शर्मा, कर्ण जोशी, अशोक वढेरा, कर्ण चावला, गौरव भारद्वाज, विशाल शर्मा, इंद्रसेन शर्मा, इंद्रजीत सिंह मल्ली, रूपिन्द्र सिंह मल्ली, राजिन्द्र राणा, बलराम वर्मा, ऋषभ सिंगला, नितेश भारद्वाज, बलराज वर्मा, त्रिलोक भल्ला, बी.के. गुप्ता, बी.आर. कौशल, अशोक जुनेजा, पियूष अग्रवाल, मुकुल गुप्ता, अनुज बांसल, संजय शर्मा, प्रेमलता बांसल, संदीप गोयल आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
टैक्स विदआऊट टीयर्स का दिया संदेश
सीनियर एडवोकेट कश्मीरी लाल गोयल, संदीप गोयल, वरिन्द्र शर्मा बॉबी, आल इंडिया फैडरेशन आफ टैक्स प्रैक्टिशनर्ज की प्रधान प्रेमलता बांसल, सैक्रेटरी संजय शर्मा ने कहा कि इस सैमीनार का विषय टैक्स विदआऊट टीयर्स यानी बिना रोए टैक्स अदा करने के लिए लोगों को जागरूक करना है व टैक्स संबंधी लोगों की भ्रांतियों को दूर करना है। कांफ्रैंस के माध्यम से नए कर कानूनों के बारे में भी टैक्स प्रैक्टिशनर्ज को जागरूक किया जा रहा है।