Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 12:59 PM
नोटबंदी के 13 माह बाद एक बार फिर से बैंकों के ए.टी.एम्ज के बाहर पैसों की निकासी के लिए उपभोक्ताओं की लाइनें लगी हैं। नगर में विभिन्न बैंकों के 70 के करीब ए.टी.एम्स हैं परन्तु इनमें से अधिकांश खाली व नकदी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
पठानकोट (शारदा): नोटबंदी के 13 माह बाद एक बार फिर से बैंकों के ए.टी.एम्ज के बाहर पैसों की निकासी के लिए उपभोक्ताओं की लाइनें लगी हैं। नगर में विभिन्न बैंकों के 70 के करीब ए.टी.एम्स हैं परन्तु इनमें से अधिकांश खाली व नकदी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
कैश की भारी किल्लत ए.टी.एम्ज में बनी हुई है। शनिवार-रविवार 2 दिन बैंक बंद होने से आम जनता की नकदी को लेकर मुश्किलें और बढ़ गईं तथा वे नकदी के लिए एक से दूसरे ए.टी.एम. की ओर भागते नजर आए। इन परिस्थितियों में आम जनता के सामने नकदी की उपलब्धता को लेकर नोटबंदी के बाद बने हालातों के चलते भागम-भाग वाली स्थिति बन गई।
ए.टी.एम. में डालने के लिए किसी बैंक के पास रुपए नहीं हैं। रविवार को ढांगू रोड स्थित मुख्य शाखा को छोड़कर लगभग सभी ए.टी.एम. बंद रहे। केवल कुछ निजी बैंकों के ए.टी.एम. ही चालू थे, जिसमें पैसे होने का समाचार मिलता था वहीं लोग लंबी लाइनें लगा रहे थे और थोड़ी ही देर बाद मैसेज आ जाता था कि अन एबल टू डिस्पेंस और मैसेज देखते ही उपभोक्ता निराश हो जाते।
भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा को छोड़कर शेष लगभग सभी ए.टी.एम. खाली रहे। कई शाखाओं में ए.टी.एम. में दोपहर तक पैसा रहा, लेकिन उसके बाद खत्म हो गया। ए.टी.एम. से रुपए निकलने पहुंचे रोहित ने बताया कि रुपए की सख्त जरूरत है और उन्होंने शहर के सभी बैंकों के ए.टी.एम. को खंगाला है लेकिन किसी भी ब्रांच के ए.टी.एम. में रुपए नहीं हैं। इसी तरह दीनदयाल उपाध्याय मार्कीट में स्थित ए.टी.एम. का शटर डाऊन कर दिया गया था। बंद ए.टी.एम. के बारे में संजय विग ने बताया कि इस ए.टी.एम. में पिछले 15 दिन से पैसों की किल्लत आ रही है। बैंक वाले जब इसमें रुपए डालते हैं तो उसके 15 मिनट बाद ए.टी.एम. खाली हो जाता है और उपभोक्ताओं को बहुत निराशा होती है।