Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 11:59 AM
पंजाब में मोटर गाडिय़ों व दोपहिया वाहनों की बिक्री हर वर्ष नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। शहरी क्षेत्रों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में वाहनों की रफ्तार जब धीमी हो जाती है तो इन वाहनों या मोटर गाडिय़ों में से निकलता धुआं हवा को प्रदूषित करने में अहम...
संगरूर (बावा): पंजाब में मोटर गाडिय़ों व दोपहिया वाहनों की बिक्री हर वर्ष नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। शहरी क्षेत्रों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में वाहनों की रफ्तार जब धीमी हो जाती है तो इन वाहनों या मोटर गाडिय़ों में से निकलता धुआं हवा को प्रदूषित करने में अहम भूमिका निभाता है। वायु प्रदूषण विशेषज्ञों के अनुसार धुएं से फाइन पार्टीकुलेट मैटर (छोटे-छोटे कण), सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड व कई अन्य जहरीली गैसें हवा में मिल जाती हैं, जो बड़ी संख्या में लोगों की मौत का कारण बनती हैं।
सरकारी वाहन अधिक प्रदूषण फैलाते हैं : शर्मा
शहर में मोटरगाडिय़ों के बढ़ रहे प्रदूषण संबंधी जब वातावरण प्रेमी जसपाल शर्मा के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि संगरूर छोटा-सा पंजाब का एक जिला है यहां न तो कोई सी.एन.जी. पम्प है इसलिए लोगों को अपने वाहन पैट्रोल व डीजल से चलाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। दूसरी ओर प्रदूषण रोकने वाला प्रदूषण विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार के सरकारी विभागों में चलने वाली मोटरगाडिय़ों का काम सही समय से हो जाए तो सब कुछ ठीक हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकारी गाडिय़ां ही सबसे अधिक प्रदूषण फैलाती हैं।
प्रदूषण सर्टीफिकेट पर निर्भर है ट्रैफिक पुलिस
शहर ट्रैफिक इंचार्ज सहायक थानेदार परमिंद्र सिंह ने बताया कि उनके द्वारा शहर में घूम रहे वाहनों की रूटीन चैकिंग रोज की जाती है। दोपहिया वाहन व मोटर गाडिय़ों के प्रदूषण सर्टीफिकेट की भी चैकिंग की जाती है। सर्टीफिकेट न होने की सूरत में चालान काटा जाता है कोई कोताही नहीं की जाती।
उन्होंने माना कि यदि वाहन ज्यादा धुआं छोड़ता है तो उनके पास कोई पैरामीटर नहीं होता जिससे पता लग सके कि वाहन की मौजूदा स्थिति क्या है। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ प्रदूषण सर्टीफिकेट पर ही निर्भर होते हैं। सहायक थानेदार परमिंद्र सिंह ने कहा कि उनकी टीम द्वारा आम लोगों व विद्यार्थियों को समय-समय पर वाहन प्रदूषण संबंधी जागरूक किया जाता है।