Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Oct, 2017 04:14 PM
आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा ने खनन मामले में जस्टिस नारंग की रिपोर्ट को आर.टी.आई. द्वारा प्राप्त कर उसे बोगस रिपोर्ट बताया। उन्होंने राणा गुरजीत को जस्टिस नारंग द्वारा दी गई क्लीन चिट को ड्रामा बताया।
चंडीगढ़(मनमोहन/रमनजीत) :आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा ने खनन मामले में जस्टिस नारंग की रिपोर्ट को आर.टी.आई. द्वारा प्राप्त कर उसे बोगस रिपोर्ट बताया। उन्होंने राणा गुरजीत को जस्टिस नारंग द्वारा दी गई क्लीन चिट को ड्रामा बताया।
खैहरा ने कहा कि जस्टिस नारंग कमेटी राणा गुरजीत से सुझाव के बाद ही गठित की गई थी और इसका उद्देश्य सिर्फ राणा को क्लीन चिट देना था जो काम जस्टिस नारंग ने कर दिया पर इस बार वह कुछ गलतियां भी कर गए जिससे साफ हो गया कि जस्टिस नारंग कमेटी बोगस कमेटी है। अाप नेता ने सारे मामले की जांच सी.बी.आई. से कराने की मांग की तथा ऐसा ना होने पर पूरा मामला हाईकोर्ट में ले जाने की चेतावनी दी। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव को निष्पक्ष होकर इन दो खनन नीलामी रद्द करने या अपने पद से इस्तीफा देने की सलाह दी।
सुखपाल खैहरा ने कहा कि जो रिपोर्ट आर.टी.आई. द्वारा मुझे 30 दिन में मिलनी चाहिए थी वह मुझे 50 दिन के बाद मिली है। उन्होंने अमित बहादुर और कुलविंदर पाल सिंह को राणा गुरजीत का कर्मचारी बताया और इस बात के सबूत दिए कि नीलामी होने तक वह दोनों राणा गुरजीत के कर्मचारी थे जो कि इस आर.टी.आई. रिपोर्ट में साफ हुआ है।
जस्टिस नारंग ने अपनी रिपोर्ट में यह माना है कि नीलामी का पैसा अमित बहादुर के खाते से या कुलविंदर पाल सिंह के खाते से जाना आवश्यक था जो उनके खाते से नहीं गया क्योंकि उनके खाते में इतने पैसे ही नहीं थे। उन्होंने कहा के सारे नियम ताक में रखकर राणा गुरजीत के दबाव के नीचे आकर मुख्य सचिव ने यह दोनों खड्डों की नीलामी की है।
सुच्चा सिंह लंगाह पर हुए एक्शन पर बोलते हुए खैहरा ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह दोहरा मापदंड अपनाते हैं यदि उनके अपने किसी चहेते पर अारोप लगते हैं तो उसे समय दिया जाता है जबकि सुच्चा सिंह मामले में एक्शन तो बिल्कुल ठीक हुआ है पर विरोधी पार्टी होने के कारण 12 घंटे में ही सारे मामले को निपटा दिया गया।
हरमिंदर जस्सी द्वारा हनीप्रीत को बचाने के मामले पर बोलते हुए सुखपाल खैहरा ने कहा कि कैप्टन सिंह उस जेड सिक्योरिटी वाले कांग्रेसी विधायक को कभी भी कुछ नहीं होने देंगे हालांकि इस बात के सबूत मिल चुके हैं कि उसने हनी प्रीत की मदद की है।
खैहरा ने बीबी जागीर कौर का हवाला देते हुए कहा कि इतने जघन्य अपराध में 5 साल की सजा होने के बावजूद उसे पार्टी से नहीं निकाला गया और अकाल तख्त साहिब ने हुकमनामा जारी कर लंगाह को सिख पंथ से खारिज कर दिया है। यह सब पूर्व मुख्यमंत्री बादल के कहने पर ही हुआ है क्योंकि गुरदासपुर चुनाव आने वाले हैं और सुच्चा सिंह लंगाह को निष्कासित कर ही यह अपना वोट बैंक मजबूत करना चाहते हैं।