Edited By Updated: 27 Feb, 2017 08:05 AM
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ड्राइविंग करते समय अपनी और दूसरों की जान की परवाह नहीं करते। जिन्हें अक्सर ओवर स्पीड, मोबाइल यूज, शराब पीकर गाड़ी चलाते देखा जा सकता है।
लुधियाना (ऋषि): कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ड्राइविंग करते समय अपनी और दूसरों की जान की परवाह नहीं करते। जिन्हें अक्सर ओवर स्पीड, मोबाइल यूज, शराब पीकर गाड़ी चलाते देखा जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से ड्राइविंग करते समय ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके चलते ही कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से 4 दिनों में 95 ऐसे लुधियानवियों को ढूंढकर चालान काटे गए हैं जो या तो ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन यूज कर रहे थे या उन्होंने ड्रिंक कर रखी थी। मोबाइल यूज करने के हुए चालानों में 5 युवतियों के भी चालान शामिल हैं। अब पुलिस विभाग की तरफ से इन सभी के खिलाफ डी.टो.ओ. विभाग को लिखकर भेजा जा रहा है और 3 महीने के लिए इनके ड्राइविंग लाइसैंस सस्पैंड करने की सिफारिश की जा रही है ताकि ऐसे लोग वाहन चलाकर लोगों की जान के लिए खतरा न बन सकें।
मोबाइल यूज के 74 और शराब के 21 चालान
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से 20 फरवरी से 23 फरवरी तक हुए कुल चालानों में से जिनके लाइसैंस सस्पैंड करने की सूची भेजी गई है, उनमें ड्राइविंग करते समय मोबाइल यूज करने वाली 5 युवतियों सहित कुल 74 चालक हैं जबकि 21 चालान शराब पीकर ड्राइविंग करने वालों के हैं।
1.5 प्रतिशत के खिलाफ सख्त कार्रवाई
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से 4 दिनों में कुल 6136 लुधियानवियों के चालान काटे गए हैं। इनमें से 95 लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है, जो कुल हुए चालानों का 1.5 प्रतिशत है। ये वे लोग हैं जिनकी ड्राइविंग लोगों व इनकी खुद की जान के लिए खतरा बन सकती थी।
यह है सुप्रीम कोर्ट के आदेश
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से देश में सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ रहे मामलों को गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी किए हैं, क्योंकि ज्यादातर सड़क हादसों का कारण ओवरस्पीड वाहन, शराब पीकर गाड़ी चलाना, मोबाइल फोन का प्रयोग करना व ओवरलोड वाहनों का सामने आना था, जिसके बाद सख्ती बरतते हुए सभी राज्यों को ड्राइविंग दौरान ऐसी गलती करने वाले चालकों के लाइसैंस 3 महीने के लिए सस्पैंड करने को कहा गया है ताकि सड़क हादसों की गिनती में कमी आ सके।