Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jul, 2017 12:43 PM
शिवालिक की पहाडिय़ों की गोद में बसे गढ़शंकर शहर में बरसाती पानी की निकासी हेतु आज तक ठोस प्रबंध न होने के कारण जरा-सी बरसात से हर गली-मोहल्ले में पानी का जमा हो जाना आम-सी बात है। बात सिर्फ शहर के बरसाती पानी की ही हो तो शायद बनी हुई नालियां-नाले इसे...
गढ़शंकर(शोरी): शिवालिक की पहाडिय़ों की गोद में बसे गढ़शंकर शहर में बरसाती पानी की निकासी हेतु आज तक ठोस प्रबंध न होने के कारण जरा-सी बरसात से हर गली-मोहल्ले में पानी का जमा हो जाना आम-सी बात है। बात सिर्फ शहर के बरसाती पानी की ही हो तो शायद बनी हुई नालियां-नाले इसे निकाल ले जाते पर पूर्वी दिशा से आने वाले बरसाती पानी की मार से शहर हर वर्ष इस कदर डूब जाता है कि लोगों की इमारतों को खतरा पैदा हो रहा है।
गढ़शंकर शहर में जहां बाहरी बरसाती पानी पाहलेवाल गांव की तरफ से आता है जोकि बड़े गंदे नाले में प्रवेश कर मंडी में बने घरों को खतरे में डाल देता है, वहीं श्री आनंदपुर साहिब रोड पर डुगरी गांव में आने वाला पानी अम्बेदकर नगर, दीप कालोनी-2, सरकारी अस्पताल, खालसा कालेज में भर जाता है।
लापरवाह अधिकारियों ने फेरा इंतजामों पर पानी
ऐसा नहीं है कि गढ़शंकर के बरसाती पानी व बाहरी क्षेत्र से आने वाले बरसाती पानी की निकासी हेतु यहां कभी किसी प्रशासनिक अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया पर उन दूरदर्शी सोच वाले अधिकारियों के इंतजामों पर अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह अधिकारियों के कारण आज पानी फिर चुका है। शहर से बरसाती पानी आसानी से बाहर निकल जाए, इसके लिए कभी 7 पुलियों का निर्माण शहर में अलग-अलग स्थानों पर किया गया था। ये पुलियां आज भी हैं पर इनके दोनों ओर बन चुकी इमारतों के कारण अब इनमें से पानी नहीं निकलता। ये पुलियां कब, कैसे क्यों बंद हो गईं इसका जवाब लोग मांगते हैं पर प्रशासन मौन है। हैरानी की बात है कि एस.डी.एम. गढ़शंकर की रिहायश के आगे बनी पुली भी इसमें शामिल है।