Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 08:15 AM
आदर्श स्कूल मनावां की मैनेजमैंट से कुछ अध्यापकों का पिछले काफी समय से विवाद चला आ रहा है, जिस कारण यह स्कूल लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया...........
कोटईसे खां(स.ह.): आदर्श स्कूल मनावां की मैनेजमैंट से कुछ अध्यापकों का पिछले काफी समय से विवाद चला आ रहा है, जिस कारण यह स्कूल लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया, जब मैनेजमैंट के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए असंतुष्ट अध्यापकों ने स्कूल के मेन गेट को ताला जड़ दिया, जिस कारण अध्यापक तथा बच्चे स्कूल में दाखिल न हो सके तथा बच्चों समेत बाकी स्कूल स्टाफ को गर्मी में करीब 4 घंटे बाहर सड़क पर खड़े होने को मजबूर होना पड़ा। जब बच्चों के माता-पिता को इस बात की भनक लगी तो भारी संख्या में माता-पिता स्कूल पहुंचने शुरू हो गए।
इस दरम्यान स्कूल को ताले लगाने वाले अध्यापकों तथा उनके समर्थन में आए एक कांग्रेसी नेता के साथ माता-पिता की तीखी नोक-झोंक होती रही। बच्चों की पढ़ाई से ङ्क्षचतित माता-पिता ताले खुलवाने की कोशिश करते रहे, लेकिन ताले लगाने वाले अध्यापक किसी भी कीमत पर ताले खोलने को तैयार नहीं थे। करीब 3-4 घंटों की कशमकश के बाद थाना प्रभारी जसवीर सिंह अपने तजुर्बे का सहारा लेते हुए अध्यापकों को समझा-बुझा कर स्कूल के ताले खुलवाने में सफल हो गए।
कानूनी ढंग से करें समस्या का हल : अभिभावक
बच्चों के माता-पिता मुताबिक स्कूल को मैनेजमैंट बढिय़ा ढंग से चला रही है लेकिन यदि इन अध्यापकों का मैनेजमैंट के साथ कोई झमेला है, तो वह संबंधित प्रशासन के पास पहुंचकर कानूनी ढंग से उसका हल करें न कि धक्के से स्कूल को ताले लगाकर 800 के करीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न किया जाए। राजनीतिक दखलंदाजी से परेशान माता-पिता ने कहा कि इन अध्यापकों का यदि ऐसे ही विवाद होना था, तो दाखिले मौके माता-पिता को बताया जाता, ताकि हम अपने बच्चे इस स्कूल में सोच-समझकर दाखिल करवाते लेकिन अब आधा साल बीत जाने पर हम अपने बच्चों को कहां लेकर जाएं।
मैनेजमैंट कर रही परेशान: अध्यापक
ताला लगाने वाले अध्यापकों का कहना था कि गत काफी समय से मैनेजमैंट उनको परेशान कर रही है। स्कूल आने पर हाजिरी नहीं लगाई जाती तथा न ही हमें वेतन दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पहले की हमारी शिकायत के आधार पर ही प्रशासन की ओर से नया हाजिरी रजिस्टर जारी किया गया था, लेकिन मैनेजमैंट ने वह सारा कुछ अनदेखा करके हमें वेतन नहीं दिया, जिस पर हमें यह कदम उठाना पड़ा।
अध्यापक बिना वजह स्कूल का माहौल कर रहे खराब: मैनेजमैंट
जब स्कूल मैनेजमैंट के चेयरमैन डा. जे.एस. धालीवाल से बात करनी चाही तो संपर्क नहीं हो सका। उसके बाद स्कूल पिं्र. मैडम पूनम से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि विवाद पैदा करने वाले टीचरों में से एक टीचर को करीब तीन वर्ष पहले निकाला जा चुका है तथा दूसरे अध्यापकों ने जॉब लैटर रिन्यू ही नहीं करवाया था तथा यह सारे अध्यापक बिना वजह धक्के से स्कूल आकर माहौल खराब कर रहे हैं।