Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Mar, 2018 05:54 AM
पंजाब में 11 महीने के शासनकाल में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार ने 11127 करोड़ का रेत-बजरी का घोटाला करके कांग्रेस के राज में हुए नीरव मोदी के बैंक घोटाले को मात दे दी है।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): पंजाब में 11 महीने के शासनकाल में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार ने 11127 करोड़ का रेत-बजरी का घोटाला करके कांग्रेस के राज में हुए नीरव मोदी के बैंक घोटाले को मात दे दी है। उपरोक्त कथन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री तरुण चुघ ने अपने प्रैस बयान द्वारा व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब की 582 किलोमीटर सतलुज तथा 10 किलोमीटर रावी नदियों में पिछले 11 महीनों में 4000 हैक्टर से ज्यादा क्षेत्र में अवैध रेत खनन हुआ है।
चुघ ने कहा कि पंजाब सरकार ने सत्ता संभालने के बाद जालंधर, नवांशहर, लुधियाना, फिरोजपुर, मोगा व होशियारपुर समेत 59 स्थानों पर 359 हैक्टर में रेत खनन का ठेका दिया था। उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार 59 क्षेत्रों में 77 लाख टन रेत का खनन करना था। चुघ ने कहा कि पूर्व मंत्री राणा गुरजीत ने सोची-समझी रणनीति के तहत पहले तो खनन के ठेके अपने चहेतों को दिलवाए फिर ठेकेदारों ने 12 गुना ज्यादा खुदाई करके 4296 हैक्टर में खुदाई करके 9.27 करोड़ टन रेत निकाली। चुघ ने कहा कि इन खदानों से सरकार को मात्र 371 करोड़ का राजस्व मिला जबकि ठेकेदारों व नेताओं को 11127 करोड़ की काली कमाई प्राप्त हो गई।
चुघ ने कहा कि मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह अंत तक अवैध रेत खनन के मास्टरमाइंड पूर्व मंत्री राणा गुरजीत को क्लीनचिट देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस खेल में सत्ताधारी दल के कई विधायक, नेता शामिल रहे हैं। चुघ ने पंजाब सरकार से मांग करते हुए कहा कि मौजूदा खनन नीति को बंद किया जाए तथा सी.बी.आई. से 11127 करोड़ के खनन घोटाले की जांच करवाई जाए।