Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 11:23 AM
नगर निगम कमिश्नर गुरलवलीन सिंह सिद्धू के आदेश पर जिला पुलिस की सहायता से एक बार फिर अवैध निर्माणों के खिलाफ एम.टी.पी. विभाग ने मोर्चा खोला। विभाग की टीम एवं पुलिस फोर्स दोपहर को सिटी सैंटर पर एकत्रित हुई जिसने बाग रामानंद के बाहर, चौक...
अमृतसर (रमन): नगर निगम कमिश्नर गुरलवलीन सिंह सिद्धू के आदेश पर जिला पुलिस की सहायता से एक बार फिर अवैध निर्माणों के खिलाफ एम.टी.पी. विभाग ने मोर्चा खोला। विभाग की टीम एवं पुलिस फोर्स दोपहर को सिटी सैंटर पर एकत्रित हुई जिसने बाग रामानंद के बाहर, चौक कटड़ा आहलुवालिया, माहणा सिंह रोड, होटल सीता निवास के पीछे, शहजादानंद स्कूल के सामने, गली मंगल सिंह, पराग दास चौक में एच.एस. रूमाला सैंटर, ब्रह्म बूटा मार्कीट, पुराने इंप्रूवमैंट ट्रस्ट चौक, बाबा अटल साहिब तथा चील मंडी में 11 इमारतों को अवैध निर्माण के कारण सील कर दिया।
इस दौरान इमारत के मालिकों ने अपनी राजनीतिक धौंस भी दिखाई लेकिन उनकी एक न चली। कुछ छोटे नेताओं की भी विभाग की टीम के साथ नोक-झोंक हुई परंतु एम.टी.पी. विभाग की कार्रवाई के आगे किसी की नहीं चली। कोई मौजूदा विधायक तो कोई सत्ताधारी नेताओं से बात करवाते हुए नजर आया परंतु एम.टी.पी. विभाग ने किसी की नहीं सुनी। एम.टी.पी. विभाग की टीम में ए.टी.पी. लखबीर सिंह, ए.टी.पी. जगदेव सिंह, इंस्पैक्टर परमजीत, इंस्पैक्टर मनीष अरोड़ा, जगदीश के अलावा भारी संख्या में जिला पुलिस के मुलाजिम मौजूद थे।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। सरकार की तरफ से अगर इन निर्माणों बारे कोई पॉलिसी बनेगी तभी यहां पर निर्माण होने दिया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी निगम ने करीब 2 दर्जन अवैध निर्माण को सील किया है।
तोड़ देते हैं लोग सरकारी सील
एम.टी.पी. विभाग द्वारा जब भी कहीं सीलिंग की जाती हैं तो लोग सरकारी सील को तोड़ देते हैं। इसको लेकर कई बार शिकायतें हुईं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आज भी शहर में कई पैलेस एवं इमारतें हैं जिनको विभाग ने सील किया था पर वहां पर अधिकारियों की मिलीभगत से शहनाइयां बज रही हैं।
पिक एंड चूज की पॉलिसी अपनाई
लोगों ने विभाग की टीम पर आरोप लगाते हुए कहा कि टीम ने पिक एंड चूज की पॉलिसी अपनाई है। कार्रवाई सभी के साथ एक जैसी होनी चाहिए। जो निर्माण पुराने हो चुके हैं उन्हें तो सील किया जा रहा है जो निर्माण अभी विभाग की नाक तले हो रहे हैं उन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर वह मुख्यमंत्री को भी शिकायत करेंगे।