Edited By Updated: 26 Jul, 2016 05:30 PM
आप सांसद भगवंत मान ने आज कहा कि संसद परिसर का वीडियो तैयार करने और उसे ऑनलाइन पोस्ट करने के उनके
नर्इ दिल्लीः आप सांसद भगवंत मान ने आज कहा कि संसद परिसर का वीडियो तैयार करने और उसे ऑनलाइन पोस्ट करने के उनके कदम से संसद की सुरक्षा से समझौता हुआ है या नहीं इस बात की जांच के लिए लोकसभा अध्यक्ष द्वारा गठित पैनल को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर ‘‘आई.एस.आई. को आमंत्रित करने ’’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी तलब करना चाहिए। मान ने कहा अगर मैंने गुनाह किया है तो मोदी जी तो इससे बड़े गुनाहगार हैं उनकी भी जांच होनी चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को लिखे पत्र में मान ने कहा कि 2 जनवरी को वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए ‘‘आई.एस.आर्इ. को बुलाने’’ के कारण प्रधानमंत्री उनकी तुलना में ‘‘100 गुणा अधिक दोषी’’ हैं। इस हमले में 7 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। मान ने आरोप लगाया, ‘‘2001 में आई.एस.आर्इ. ने संसद परिसर पर हमला किया था और 2016 में इसने पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमला शुरू किया। प्रधानमंत्री ने उसी आई.एस.आई. को आमंत्रित किया और उन्हें वायुसेना स्टेशन के आस पास जाने दिया। आईएसआई ने वायुसेना स्टेशन का मानचित्र तैयार किया और चली गई।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘क्या यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है? क्या मेरा वीडियो देश की सुरक्षा के लिए खतरा है या प्रधानमंत्री का आईएसआई को आमंत्रित करना और उन्हें वायुसेना स्टेशन के करीब लेकर जाना देश के लिए बड़ा खतरा है?’’
मान ने कहा , ‘‘समिति को उनके साथ प्रधानमंत्री को भी तलब करना चाहिए। अगर मैं दोषी हूं तो प्रधानमंत्री मुझसे 100 गुणा अधिक दोषी हैं।’’ पैनल ने कल संगरूर से सांसद को इस आरोप का जवाब देने के लिए 28 जुलाई तक का समय दिया है कि उनके इस कदम से संसद की सुरक्षा से समझौता हुआ है। साथ ही उसने इस मुद्दे पर विशेषज्ञों की राय लेने का भी फैसला किया है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए हमले की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच दल ने मार्च में पठानकोट का दौरा किया था।
लोकसभा कमेटी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को बुलाया
उधर संसद की वीडियो बनाकर फेसबुक पेज पर लार्इव करने वाले 'आम आदमी पार्टी' के सांसद भगवंत मान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब इस मामले में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा बनाई गई समिति ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को बुला लिया है। इसके अलावा भगवंत मान पर 3 अगस्त तक संसद में आने पर रोक लगार्इ गर्इ है।