Edited By Updated: 29 Mar, 2017 08:41 AM
उत्तर रेलवे ने ट्रेनों के कोचों की बाहरी साफ -सफाई के लिए अनूठी पहल की है
जालंधर (गुलशन): उत्तर रेलवे ने ट्रेनों के कोचों की बाहरी साफ -सफाई के लिए अनूठी पहल की है, जिससे अब एक ही कर्मचारी मात्र 10 मिनट में 24 कोच की पूरी ट्रेन धो देगा जबकि इससे पहले इस काम में 5 कर्मचारी लगाए जाते थे जो कि 4 से 5 घंटे में एक ट्रेन के कोचों की बाहरी सफ ाई करते थे।
फिरोजपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि कटड़ा रेलवे स्टेशन पर ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट लगाया गया है। वाशिंग के समय ट्रेन को रेल ट्रैक पर खड़ा करने की जरूरत नहीं है बल्कि वाशिंग प्लांट चलाकर ट्रेन को 5 किलोमीटर की स्पीड से चलाया जाता है। इस दौरान चलती ट्रेन पर ही 9 स्टेजों पर कोच की सफाई होती है, जिसमें सर्फ , पानी, ब्रश और फि र गर्म पानी जैसी चीजों का भी इस्तेमाल होता है और मात्र 6 से 10 मिनट में 24 कोचों की पूरी ट्रेन बाहर से चमक जाती है।
इस ऑटोमैटिक वाशिंग प्लांट का उद्घाटन रेलवे बोर्ड के मैंबर (रोङ्क्षलग स्टॉक) रविंद्र गुप्ता ने किया। इस दौरान उनके साथ फि रोजपुर रेल मंडल के डी.आर.एम. अनुज प्रकाश, सीनियर डी.एम.ई. रमणीक सिंह, हाऊसकीपिंग मैनेजमैंट के देवेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
ऑटोमैटिक वाशिंग प्लांट पर 1.8 करोड़ की आई लागत
इस प्रोजैक्ट की देखरेख कर रहे फिरोजपुर रेल मंडल के अधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रोजैक्ट नोएडा की इवेंटां कंपनी ने लगाया है और इस पर 1.8 करोड़ की लागत आई है। प्लांट लगाने वाली कंपनी
2 साल तक इसकी देखरेख करेगी। उन्होंने बताया कि इस ऑटोमैटिक वाशिंग प्लांट से 80 फीसदी पानी की बचत होगी। पहले एक ट्रेन की बाहरी धुलाई पर 12 हजार लीटर पानी खर्च होता था। अब मात्र 12 सौ लीटर में ही ट्रेन के 24 कोच बाहर से चमक जाएंगे।
जम्मू व अमृतसर स्टेशन पर भी लगेगा यह प्रोजैक्ट
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में बडग़ांव और कटड़ा स्टेशनों पर आटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट लगाया गया है। इसके बाद जम्मू व अमृतसर स्टेशनों पर भी इस प्रोजैक्ट को लगाया जाएगा। जम्मू स्टेशन पर सैकेंड एंट्री बनाने पर विचार किया जा रहा है, जिसके बाद पहले जम्मू और फि र अमृतसर रेलवे स्टेशनों पर कोच वाशिंग प्लांट लगाए जाएंगे। इससे स्टाफ, समय, पैसे और पानी की काफ ी बचत होगी।