Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 10:46 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाहे पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को हैप्पी बर्थडे कहते हुए उनकी लम्बी आयु की कामना की है परंतु ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के आलोचकों ने इस अवसर पर मोदी सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को संभालने में बरती गई
जालंधर (धवन): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाहे पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को हैप्पी बर्थडे कहते हुए उनकी लम्बी आयु की कामना की है परंतु ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के आलोचकों ने इस अवसर पर मोदी सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को संभालने में बरती गई लापरवाही को लेकर उन पर धावा बोला है। डा. मनमोहन सिंह के 85वें जन्मदिन के अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मुनीष तिवारी, प्रफुल्ल पटेल व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें ट्विटर पर जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं। लालू प्रसाद ने डा. सिंह की सराहना करते हुए उन्हें एक महान अर्थशास्त्री, सुधारक व स्टेट्स मैन करार दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने ट्वीट करते हुए डा. मनमोहन सिंह की लम्बी आयु तथा उनके द्वारा आॢथक फ्रंट पर किए गए कामों को याद किया।
डा. मनमोहन सिंह के जन्मदिन के अवसर पर कांग्रेस समर्थकों तथा अन्य शुभङ्क्षचतकों ने लिखा कि डा. सिंह 1991 में देश में आॢथक सुधारों की लहर शुरू करने वाले व्यक्ति थे। उनके कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था 8 प्रतिशत की वाॢषक विकास दर से आगे बढ़ी। ट्विटर पर डा. सिंह को शुभकामनाएं देने वालों ने यह भी लिखा कि डा. मनमोहन सिंह ने गत वर्ष 24 नवम्बर को भविष्यवाणी कर दी थी कि जी.डी.पी. में 2 प्रतिशत की गिरावट आएगी क्योंकि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का कदम उठाया है।
फाइनांशियल टाइम्स में छपे एक लेख में लिखा गया कि अंतत: सरकार को अपने अर्थशास्त्रियों की सुननी पड़ी। लेख में कहा गया कि मोदी से पहले पी.एम. रहे डा. मनमोहन सिंह एक अर्थशास्त्री हैं तथा उनकी सलाह पर सरकार को अमल करने की जरूरत है। मोदी के लिए यह एक सबक है। पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि लोगों ने महसूस किया है कि उन्हें ऐसे प्रधानमंत्री की जरूरत है जिन पर वह भरोसा कर सकें।
मौजूदा प्रधानमंत्री ने जनता से धोखा किया है। मोदी ने लोगों को पहले सपने दिखाए फिर तोड़ दिए। मोदी को पता था कि वह वायदे पूरे नहीं कर सकते हैं। दूसरी तरफ डा. मनमोहन सिंह ने जो वायदा किया उसे ईमानदारी से पूरा किया तथा अर्थव्यवस्था को भी विकास की दृष्टि से शिखर पर लेकर गए। उनके उतरने के बाद से अर्थव्यवस्था डांवांडोल हो गई। कुछ लोगों ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मनमोहन सिंह परदेश की जनता का भरोसा फिर से बढ़ गया है क्योंकि अब वह मोदी व मनमोहन सिंह की सरकारों के बीच तुलनात्मक अध्ययन करने की अवस्था में पहुंच चुके हैं।