Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 09:31 AM
राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के चंद दिनों बाद से ही पंजाब में केबल टीवी व्यापार पर एक-छत्र राज के खिलाफ झंडा बुलंद किए हुए स्थानीय
चंडीगढ़ (रमनजीत): राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के चंद दिनों बाद से ही पंजाब में केबल टीवी व्यापार पर एक-छत्र राज के खिलाफ झंडा बुलंद किए हुए स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बीच चल रही ‘जंग’ आगामी दिनों में और तेज होने के आसार बने हुए हैं। अब सारी निगाहें शनिवार को नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा तय की गई ‘इंडिपैंडैंट प्रैस कांफ्रैंस’ पर टिक गई हैं।
सिद्धू के स्वभाव को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि सिद्धू चुप बैठने वाले नहीं हैं। पिछली मंत्रिमंडल की बैठक दौरान हालांकि सिद्धू द्वारा केबल टीवी व्यापार को स्थानीय निकाय विभाग के टैक्स दायरे में लाने का प्रयास किया गया था लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे। सिद्धू के प्रयास को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी के साथ कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा उन्हें पूरी प्रक्रिया के तहत मामला मंत्रिमंडल बैठक में लाने के लिए कहा गया था,लेकिन माना जा रहा है कि अगली मंत्रिमंडल की बैठक तक उक्त प्रक्रिया पूरी होने की संभावना कम है।
जो भी हो, पंजाब मंत्रिमंडल में चल रही खींचतान लगातार बढ़ रही है और संभावना है कि यह लंबी चलेगी। खास बात यह है कि एक तरफ जहां नवजोत सिंह सिद्धू का स्वभाव ‘नो-कंप्रोमाइज’ वाला रहा है,वहीं,मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह भी अपने फैसलों पर अडिग रहने वालों में से हैं, जिसकी उदाहरण वो कई बार कांग्रेस हाईकमान से ‘टक्कर’ लेकर दे चुके हैं।