Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 12:32 AM
भाजपा ने आज स्पष्ट किया कि वह बिहार में मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है, जबकि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश ...
नई दिल्ली: भाजपा ने आज स्पष्ट किया कि वह बिहार में मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है, जबकि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे पर निराशा जताई और कहा कि वह महागठबंधन में मतभेदों को सुलझाने की कोशिश करेगी। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक से निकलते हुए पार्टी नेता जे पी नड्डा ने कहा कि पार्टी राज्य में मध्यावधि चुनाव के खिलाफ है। पार्टी ने तीन सदस्यीय एक समिति बनायी है जो राज्य में पार्टी विधायकों से बात करेगी और उसके बारे में केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट देगी, जिससे वह कोई अंतिम निर्णय कर सके। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि वह घटनाक्रम पर निराश है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि महागठबंधन को बिहार के लोगों ने पांच वर्ष के लिए जनादेश दिया था और पार्टी उसका सम्मान करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा हमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की खबर से बहुत निराशा हुई है।
-केंद्रीय विधि मंत्री एवं पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह ब्रेकअप होना ही था क्योंकि नीतीश अपनी छवि को लेकर सतर्क थे और लालू प्रसाद के लिए भ्रष्टाचार अधिक महत्वपूर्ण था।
-जदयू नेता केसी त्यागी ने नीतीश के कदम का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें बिहार के पक्ष में स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया जा रहा था।
-भाकपा नेता अतुल कुमार अंजान ने मांग की कि नीतीश के इस्तीफा देने के बाद राज्य में नए सिरे से चुनाव कराए जाएं। हालांकि, आप ने कोई प्रतिक्रिया देने में सावधानी बरती। आप की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
-हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि नीतीश कुमार ने इस्तीफे का निर्णय बहुत सोच समझकर किया होगा।