Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 05:02 PM
पंजाब में 21 सिख युवाओं के कत्ल का जिन्न फिर निकल कर सामने आ गया है। प्रधानमंत्री चंदर शेखर के समय में 21 सिखों को समकालीन सरकार के समक्ष पेश करने के मामले में सिंह के ब्यान पर एक बार फिर मामला गरमा गया है।
चंडीगढ़/अमृतसरः पंजाब में 21 सिख युवाओं के कत्ल का जिन्न फिर निकल कर सामने आ गया है। प्रधानमंत्री चंदर शेखर के समय में 21 सिखों को समकालीन सरकार के समक्ष पेश करने के मामले में सिंह के ब्यान पर एक बार फिर मामला गरमा गया है। इस मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैंनेजमैंट कमेटी ने जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब को मांग पत्र दे कैप्टन को श्री अकाल तख्त साहिब पर तलब करने की मांग की है।
इस मामले में जानकारी देते दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैंनेजमैंट कमेटी के प्रवक्ता परमिंदर पाल सिंह ने बताया कि जिन 21 सिखों को पंजाब के काले दौर में अमरेंद्र सिंह ने चंदर शेखर सरकार को दिया था,संगीन मामला है जिसे लेकर उन्होंने शिकायत दर्ज करवा मांग की है कि मुख्य मंत्री को अकाल तख्त साहिब पर तलब कर जवाब मांगा जाए कि उन्हें क्यों कत्ल करवाया गया।
दरअसल 17 मई 2017 को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अपने टवीट्र के जरिए पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले 21 सिख नौजवानों के कथित कत्ल का खुलासा किया था। जिसके बाद विपक्ष ने उन्हें घेरना शुरु कर दिया।