Edited By Updated: 25 Apr, 2016 04:39 PM
जलियां वाले बाग में सैंकड़ों निर्दोषों का कातिल करने वाले जनरल डायर का मजीठिया परिवार के साथ अच्छा संबंध था।
लुधियाना: जलियां वाले बाग में सैंकड़ों निर्दोषों का कातिल करने वाले जनरल डायर का मजीठिया परिवार के साथ अच्छा संबंध था। कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के बुजुर्गों ने अंग्रेज़ों के साथ मिल कर मोटी जायदाद बनाई थी।" यह अारोप लुधियाना से आजाद विधायक सिमरनजीत सिंह बैंस ने लगाए हैं।
बैंस ने कहा है कि अंग्रेज़ अधिकारी जनरल डायर ने जलियांवाले बाग में निर्दोष भारतियों का कत्ल करने के बाद सुन्दर सिंह मजीठिया के घर जाकर खाना खाया था। सरदार सोहन सिंह जोश की किताब ‘अकाली मोर्चे का इतिहास ’ का हवाला देते बैंस ने मजीठिया परिवार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा मजीठिया जद्दी -पुश्ती जायदाद बता कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं परन्तु यह जायदाद कैसे बनी यह जान कर जनता हैरान रह जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस किताब के 47 नंबर पेज पर दर्ज लेख मजीठिया परिवार की चालाकी की पोल खोलता है। लेख में यह तथ्य सामने आया है कि कैसे बिक्रम मजीठिया के बुज़ुर्ग सुन्दर सिंह मजीठिया चालाकी के साथ गुरुद्वारा सुधार लहर को दबा अंग्रेजों से पंजाब सरकार की एग्जैक्टिव कौंसिल की सदस्यता हासिल की।